नई दिल्ली (New Delhi) । अमेरिका (America) में भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) के मामले के चर्चे हो रहे हैं। सोमवार (स्थानीय समयानुसार) को अमेरिकी विदेश मंत्रालय (US State Department) ने बताया कि वे भी भारतीय अदालत में जारी इस मामले को देख रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका लोकतांत्रिक मूल्यों पर साझा प्रतिबद्धता को लेकर जुड़ा हुआ है।
भारत में राहुल की संसद सदस्यता जाने से जुड़े एक सवाल के जवाब में उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, ‘कानून और न्यायिक स्वतंत्रता के लिए सम्मान किसी भी लोकतंत्र की आधारशिला हैं और हम भारतीय अदालतों में जारी मिस्टर गांधी के मामले पर नजर बनाए हुए हैं।’ राहुल को शुक्रवार को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
पटेल ने कहा, ‘हम हमारे दोनों लोकतंत्रों को मजबूत करने के अहम पहलू के तौर पर अभिव्यक्ति की आजादी समेत लोकतांत्रिक सिद्धांतों और मानवाधिकारों की सुरक्षा की जरूरतों को दिखाना जारी रखते हैं।’
जब पूछा गया कि क्या इस मामले में अमेरिका भी भारत सरकार या राहुल के साथ जुड़ा हुआ है, उन्होंने कहा, ‘इस बारे में विशेष तौर पर बताने के लिए तो मेरे पास कुछ नहीं है…।’ उन्होंने कहा कि जिस भी देश से हमारे द्विपक्षीय संबंध हैं, वहां के विपक्षी दलों के साथ संपर्क में रहना हमारे लिए सामान्य है, लेकिन इस मामले में विशेष रूप से बताने के लिए कोई बात नहीं है।
क्या है राहुल का मामला
शुक्रवार को सूरत की एक कोर्ट ने कांग्रेस नेता को एक आपराधिक मानहानि मामले में दोषी पाया था। इसके बाद उनकी लोकसभा सदस्यता भी चली गई थी। दरअसल, यह मामला साल 2019 की कर्नाटक में हुई एक रैली से जुड़ा हुआ था, जहां राहुल ने ‘मोदी सरनेम’ को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी थी। कोर्ट ने उन्हें दो साल की सजा भी सुनाई थी।
राहुल ने क्या कहा था
राहुल ने कहा था, ‘…अच्छा एक छोटा सा सवाल। इन सबके नाम, इन सब चोरों के नाम मोदी मोदी मोदी कैसे हैं? नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी थोड़ा अभी और ढूढेंगे तो और बहुत सारे मोदी निकलेंगे।’ इससे पहले उन्होंने कहा था, ‘… 100% चौकीदार चोर है। नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या, ललित मोदी, अनिल अंबानी, नरेंद्र मोदी। चोरों का ग्रुप है, चोरों की टीम है। आपके जेब में से पैसा लेते हैं… और उन्हीं 15 लोगों को देते हैं।’
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