नई दिल्ली। चुनाव आयोग (election Commission) ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Elections) कार्यक्रम की घोषणा कर दी। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Assembly) की सभी 68 सीटों पर एक चरण में चुनाव होगा। 12 नवंबर को वोटिंग होगी और आठ दिसंबर को नतीजे आएंगे। माना जा रहा है कि जल्द ही गुजरात विधानसभा चुनाव कार्यक्रम (Gujarat Assembly Election Schedule) की भी घोषणा हो सकती है। गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है।
आपको बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जीत का सिलसिला बरकरार रखना चाहती है। इसके लिए दल ने चरणबद्ध तरीके से योजना तैयार की है। खबर है कि पार्टी ने जिलेवार और सीटवार नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि कई राज्यों के बड़े मंत्री भी भाजपा के प्रचार के लिए गुजरात का रुख कर सकते हैं। भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से अब तक विधानसभा चुनाव कार्यक्रम का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही गुजरात विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की भी घोषणा हो सकती है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्रियों को कांग्रेस के नियंत्रण वाली सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्रों का कहना है कि स्वतंत्र देव सिंह को अंबासा, मांडवी, भुज, अंजर, गांधीधाम और रापड़ दिए गए हैं। राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांद बाजपेयी को जूनागढ़ क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है। बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जूनागढ़, विश्वाधार, मंगरोल, मनवदार में जीत दर्ज की थी। जबकि, भाजपा यहां केवल केशोद सीट जीत सकी थी। दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के नेताओं को मध्य क्षेत्र का जिम्मा सौंपा गया है। अनुसूचित जनजाति को ध्यान में रखेत हुए एमपी के दो नेताओं को दो-दो सीटें दी गई हैं।
अगर सीटों की बात करें तो मध्य गुजरात में 7 जिले हैं और यहां की 37 सीटों पर भाजपा का शासन है। इनमें दाहोद, महिसागर, मेहसाणा और बड़ौदा शहरी सीट का नाम शामिल है। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बानसकांठा का काम देखेंगे। उनके अलावा अरविंद सिंह भदौरिया के पास भरूच और इंद्र सिंह परमार के पास खेड़ा का जिम्मा है।
गुजरात के उत्तर क्षेत्र में राजस्थान से आए प्रवासियों की संख्या काफी ज्यादा है। आंकड़े बताते हैं कि राज्य के 18 से 20 प्रतिशत मतदाता राजस्थान के प्रवासी हैं। ऐसे में भाजपा ने राजस्थान सरकार में मंत्री सुशील कटारा समेत कुछ नेताओं को क्षेत्र का काम सौंपा है।
राज्यमंत्री जेपीएस राठौर महिसागर जिले के बालासिनोर, लूनवाड़ा और संतरामपुर सीट पर जिम्मेदारी निभाएंगे। बीते चुनाव में भाजपा को संतरामपुर सीट पर सफलता मिली थी। जबकि, कांग्रेस ने बालसिनोर सीट जीती थी। लूनवाड़ा सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में आई थी। राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह राजकोट जिला देखेंगे।
विदित विदित हो कि गुजरात में बीते 24 सालों से भाजपा की सरकार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद राज्य में 12 साल से ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहे। उनसे पहले केशुभाई पटेल ने भी यह पद संभाला। मोदी के बाद आनंदीबेन पटेल, विजय रूपाणी भी सीएम रहे और फिलहाल यह गद्दी भूपेंद्र पटेल संभाल रहे हैं। खास बात है कि इस बार चुनाव में आम आदमी पार्टी भी दम भर रही है, जिसके चलते मुकाबला त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है।
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