भोपाल: चुनावी साल में अपनी मांगें पूरी करवाने के लिए मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) के क्षेत्र से बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) से मिलने आई हैं. लेकिन इन महिलाओं को सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने नहीं दिया जा रहा है. नतीजतन यह महिलाएं रवीन्द्र भवन के गेट के पास ही बैठ गई हैं.
आदिवासी महिलाओं ने बताया कि वह ग्राम पंचायत महाराजपुर, जनपद पंचायत डबरा जिला ग्वालियर के सहरिया दफाई गांव में निवासरत हैं. महिलाओं ने बताया कि आदिवासी/सहरिया लाडली बहनें है, जो परिवार के साथ झोपड़ी में रहने के लिए मजबूर हैं. महिलाओं ने बताया कि उन्हें सरकारी की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित रखा जा रहा है.
आदिवासी महिलाओं ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनकल्याणकारी योजना पीएम आवास योजना (PM Awas Yojana) संचालित की जा रही हैं, लेकिन उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला है. महिलाओं ने बताया कि आज भी परिवार सहित झोपड़ी में रहने के लिए विवश हैं. बारिश के दिनों बरसात का पानी झोपड़ी में भर जाता है, साथ ही घर का सामान भी सब खराब हो जाता है.
साधोबाई, मालतीबाई, राधा बाई, कलाबाई, इमरती बाई ने बताया कि हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर यह मांग करने आए हैं कि उन्हें जीवन यापन करने के लिए 10 बीघा कृषि का पट्टा दें. वर्तमान में हम इन कृषि भूमि पर काबिज हैं. लेकिन राजस्व में यह जमीन अंकित नहीं है. हर दम भूमि छिन जाने का डर बना रहता है.
वहीं दूसरी और आज पीएम रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर जबलपुर कार्यक्रम में मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने जबलपुर में बनने वाले उनके भव्य स्मारक का शिलान्यास, डाक टिकट एवं उनकी स्मृति में चांदी का सिक्का भी जारी किया.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved