जबलपुर। बरेला के ग्राम हिनौतिया में विगत दो तीन सप्ताह पूर्व हुई एक मंदिर के वृद्ध सेवादार की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। दरअसल 70 वर्षीय गोपाल मार्को की हत्या उसके ही सबसे छोटे बेटे एसएएफ से बर्खास्त कमलेश मार्को ने ही की थी। वारदात के पीछे पिता द्धारा पैसे न देने व बात-बात पर जलील किये जाने का कारण बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है, जिसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी अनुसार व्हीएफजे से रिटायर्ड 70 वर्षीय गोपाल मार्को ग्राम हिनौतिया में ही एक मंदिर में बतौर पूजन-पाठ कर सेवादार बन गये थे। जिनकी तीन सप्ताह पूर्व चाकूओं से गोदकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। उक्त सनसनीखेज वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी,वहीं पुलिस भी आरोपी तक पहुंचने ऐढ़ी चोटी का जोर लगा रहीं थी, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल पा रहीं थी। पुलिस ने उक्त मामले में करीब दो सौ संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की, लेकिन नतीजा सिफर रहा। जिसके बाद से बारीकी से हर पहलू पर पुन: जांच पड़ताल करते हुए पतासाजी की गई तो पुलिस को पता चला कि मृतक गोपाल मार्को व उसके बेटे कमलेश के बीच मनमुटाव रहता था, जिस पर पुलिस ने आरोपी 40 वर्षीय कमलेश को हिरासत में लिया, जिसने उक्त वारदात कबूल करना स्वीकार किया।
एसएएफ से राईफर चुराकर भागा था आरोपी
डीएसपी अपूर्वा किलेदार ने बताया कि आरोपी कमलेश मृतक का सबसे छोटा बेटा है, जो कि एसएएफ में पदस्थ था। वर्ष 2019 में वह एसएएफ से राईफल चुराकर भागा था। जिस पर पुलिस ने उसे मंडला से हिरासत में लिया था। उक्त मामले में आरोपी को एसएएफ से बर्खास्त कर दिया गया था।
पैसो को लेकर पूर्व में भी किया था विवाद
पुलिस अधिकारियों की माने तो आरोपी ने पूर्व में भी पैसों की मांग को लेकर अपने पिता गोपाल मार्को से विवाद किया था, इतना ही नहीं आरोपी कुल्हाड़ी लेकर उसे मारने भी गया था, लेकिन घर के अन्य परिजनों की समझाइश पर मामला शांत हो गया था। आरोपी ने चाकूओं से गोदकर अपने पिता की हत्या की वारदात करना कबूल कर लिया है।
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