नई दिल्ली. भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच साउथेम्प्टन के रॉज बाउल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल (WTC Final) मैच खेला गया. बारिश की वजह से दो दिन का मैच खराब हुआ और रिजर्व डे में मैच खेला गया. रिजर्व डे यानी छठे दिन भारत दो विकेट के नुकसान पर 64 रन के स्कोर के साथ खेलने उतरा. विराट कोहली एंड कंपनी ने सुबह का सेशन सतर्कता के साथ खेला और कीवी टीम को दबाव में लाने के लिए रन बनाने की कोशिश की. हालांकि, उनके मुख्य बल्लेबाज ऐसा कुछ नहीं कर पाए. काइल जेमिसन और टिम साउदी की जोड़ी ने शानदार गेंदबाजी की और भारतीय पारी 170 रन पर सिमट गई. विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा सभी शानदार और फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह ढह गए.
भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को 139 रन जीत का लक्ष्य दिया. केन विलियमसन और उनकी टीम ने 8 विकेट से इस डब्ल्यूटीसी फाइनल का पहला टाइटल जीत लिया. भारत की हार के बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के विकेट को लेकर अपना रिएक्शन दिया, जो 41 रन बना सके थे. हालांकि, भारत की दूसरी पारी में पंत ही सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का मानना है कि साझेदारी की कमी को भारत की असफलता का मुख्य कारण है.
सचिन तेंदुलकर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ”मैंने बताया था कि अंतिम दिन के पहले 10 ओवर महत्वपूर्ण होंगे. अगर हम ड्रिंक तक टिके रह सकते हैं, तो हमारे पास तेज खेलने वाले खिलाड़ी थे. ऋषभ कैसे आए और कुछ शॉट खेले. और बाकी भी जब उन्हें एहसास हुआ कि खेल अब थोड़ा सुरक्षित है. न्यूजीलैंड पीछा नहीं कर सकता था. उसे बचाव करना होगा, यह मानसिकता में बदलाव है, लेकिन उसके लिए हमें पहले से एक साझेदारी की जरूरत थी.”
उन्होंने आगे कहा, ”पहले 10-12 ओवर में एक विकेट नहीं गंवाना बहुत अहम था, लेकिन वहीं न्यूजीलैंड कोहली और पुजारा को आउट करने में सफल रहा. वे दोनों जल्दी-जल्दी आउट हो गए और रहाणे भी आउट हो गए, जिससे भारत पर दबाव बना रहा. फिर और बल्लेबाजों को वहीं रुकना पड़ा.” तेंदुलकर ने कहा, ”ऋषभ ने शॉट खेलने और गति को बदलने की कोशिश की ताकि कुछ रन बन सकें. हम उन्हें बल्लेबाजी का मौका दे सकते थे, हमारे गेंदबाजों को थोड़ा और ओवर खेलने चाहिए थे. लेकिन भारत ने विकेट गंवाए और खेल का फैसला पहले 10-15 ओवर में हो गया. अगर हम यहां साझेदारी करते तो हम कीवी टीम पर दबाव डाल सकते थे.”
इस हार के साथ भारत 32 वर्षीय विराट कोहली के नेतृत्व में लगातार तीसरा आईसीसी टूर्नामेंट जीतने में विफल रहा. दूसरी ओर, भारत की आईसीसी-ट्रॉफी सूखा जारी है, क्योंकि उनकी आखिरी बड़ी टूर्नामेंट जीत 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में हुई थी. विराट कोहली और टीम इंडिया अभी इंग्लैंड में जहां उन्हें अगस्त-सितंबर में इंग्लिश टीम के साथ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है.
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