गंजबासौदा । नई शिक्षा नीति के तहत शासकीय कन्या उमाविद्यालय पर शिक्षकों को एफ एल एन बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान की प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। चार बैच में चार कक्षो मे चालीस चालीस शिक्षकों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा । बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के प्रथम बैच का प्रशिक्षण आज सोमवार को शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण में बी आर सी कपिल तिवारी ने शिक्षकों को बताया कि छात्रों के जीवन के पहले 6 वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इन वर्षों में छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं तथा भाषाओं और संख्यायों का ज्ञान इस उम्र में प्राप्त करने से जीवनपर्यंत काम आता है। नई शिक्षानीति 2020 में बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान तथा भाषा शिक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है। आप सभी शिक्षक अनुशासन, संयम और धैर्य के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करे ।
बच्चे देखकर सीखते है हम जो करते है बच्चे भी वैसा ही व्यवहार करते है आप अनुशासन का पालन करेगे तो आपके बच्चे भी अपने जीवन मे अनुशासन लाएंगे। फालोवर अधिकारी अखिलेश दांगी ने पीपीटी के द्वारा बुनियादी संख्या ज्ञान अवधारणा, कौशल व सीखने के क्रम की जानकारी दी। बीऐसी राजेश पंथी ने नई शिक्षा नीति में बदलाव, एफ एल एन की मुख्य दक्षता और निपुण भारत के उद्देश्य, बच्चों के सीखने के प्रमुख सिद्धांत, मौखिक भाषा विकास और आंकलन विषय पर खेल व गतिविधि के माध्यम से प्रकाश डाला। जनशिक्षक देवेन्द्र शर्मा ने संख्या ज्ञान, बुनियादी गणित संसाधन और अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होने डिकोडिंग, पठन, लेखन विकास पर विस्तार से चर्चा किया। गणित की प्रकृति और आंकलन पर प्रकाश डाला। बी ऐ सी राजकुमार पंथी ने बताया छात्रों के जीवन के पहले 6 छ: वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इन वर्षों में छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं तथा भाषाओं और संख्यायों का ज्ञान इस उम्र में प्राप्त करने से जीवनपर्यंत काम आता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved