ताइपे । रक्षा मंत्री येन डे-फा का कहना है कि चीन की ओर से ऐसे कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं कि वो ताइवान के साथ किसी भी तरह से लड़ाई करने में सक्षम है। चीन फाइटर जेट सीमा तक भेज देता है जिससे युद्ध के हालात बन जाए। कुछ दिन पहले तक ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि चीन ताइवान पर हमला कर सकता है। चीन के कई फाइटर जेट विमानों ने ताइवान की सीमा पर उड़ान भरी थी। इसके बाद इस तरह की आशंकाएं गहरा गई थी कि चीन ताइवान पर हमला करने की तैयारी कर रहा है और वो कभी भी ऐसा कर सकता है।
उधर चीन की ऐसी गतिविधियों को देखते हुए अमेरिका ने भी साउथ चाइना शी में तैयारी कर ली थी और तमाम युद्धक विमान तैनात कर दिए थे। अब मंगलवार को ताइवान के रक्षा प्रमुख की ओर से एक बयान आया है कि चीन ताइवान के साथ किसी भी तरह से युद्ध की तैयारी नहीं कर रहा है।
रक्षा मंत्री येन डे-फा का कहना है कि चीन की ओर से ऐसे कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं कि वो ताइवान के साथ किसी भी तरह से लड़ाई करने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि चीन ताइवान को उकसा रहा है, वो फाइटर जेट सीमा तक भेज देता है जिससे युद्ध के हालात बन जाए। चीन सीमा के पास युद्ध का अभ्यास भी कर रहा है। उनका कहना है कि चीनी कम्युनिस्टों ने ताइवान के खिलाफ उकसावे की कार्रवाई जारी रखी है लेकिन वर्तमान में कोई संकेत नहीं हैं कि यह पूर्ण पैमाने पर युद्ध शुरू करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि अगर चीन के अंतर्देशीय हिस्सों से सैनिकों ने अपने पूर्व की ओर बड़े पैमाने पर हमला करना शुरू कर दिया लेकिन ऐसा कोई संकेत नहीं मिल रहा है। येन ने कहा कि ताइवान की अपनी सेनाएं युद्ध की तैयारियों को बनाए रख रही हैं मगर वो युद्ध के हिसाब से एलर्ट पर नहीं रखी गई हैं। मगर सेनाएं तैयार जरूर हैं। उन्होंने संसद में कहा कि यदि चीन हमला करता है तो ताइवान का अंतिम आदमी भी लड़ाई के लिए तैयार है।
पिछले सप्ताह, चीन को एक स्पष्ट चेतावनी में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ताइवान के सशस्त्र बलों को उत्पीड़न और खतरों के बीच आत्मरक्षा और पलटवार करने का अधिकार है। ताइवान की सेना अच्छी तरह से सशस्त्र और अच्छी तरह से प्रशिक्षित है। उनका कहना है कि चीन की तरह हमारे पास बहुत अधिक उन्नत हथियार मौजूद नहीं है लेकिन उनके हौसले बुलंद हैं।
प्रीमियर सु त्सेंग-चांग ने भी संसद में बोलते हुए कहा कि चीनी हमलावरों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी क्योंकि ताइवान के लोग अपने और अपनी जमीन का बचाव करेंगे। ताइवान नहीं गिरेगा। उन्होंने कहा यदि चीन हमला करता है तो ताइवान का हर बच्चा युद्ध लड़ने के लिए तैयार है। दरअसल अमेरिका के दो शीर्ष अधिकारियों के दो दौरे के बाद से चीन ताइवान पर अधिक आक्रामक हो गया है। इसी वजह से वो अपने फाइटर जेट आदि सीमा तक भेजकर डराने का काम कर रहा है।
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