डेस्क: स्मार्टफोन खरीदने वाले यूजर्स को जून से बड़ा झटका लग सकता है। फोन की कीमतों में 10 से 15 प्रतिशत तक इजाफा हो सकता है। सामने आई एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। हालांकि, बजट से पहले सरकार ने मोबाइल फोन कंपोनेंट पर लगने वाले कस्टम ड्यूटी कम किए हैं, फिर भी फोन खरीदने के लिए आपको ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है। स्मार्टफोन की कीमत में यह इजाफा मेमोरी चिप (DRAM) की कीमत में बढ़ोत्तरी की वजह से हो सकती है।
ET टेलीकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना है कि जून से स्मार्टफोन की कीमत में इजाफा हो सकता है। हालांकि, कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार द्वारा कंपोनेंट पर लगने वाली इंपोर्ट डूयूटी में छूट के बाद फोन की प्राइसिंग के गैप को कम किया जा सकता है।
मेमोरी चिप की कीमत में इजाफा
Trendforce रिसर्च फर्म की इस रिपोर्ट में फोन की कीमत में होने वाली बढ़ोत्तरी की वजह बताई गई है। रिसर्च फर्म का कहना है कि चिप बनाने वाली कंपनियां Samsung और Micron मार्च से अपने चिप की कीमत में इजाफा करने वाली हैं। इसका असर जून में लॉन्च होने वाले फोन पर पड़ सकता है। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि मेमोरी चिप की कीमत में 15 प्रतिशत तक इजाफा होगा, जो फोन की कीमत बढ़ा सकता है।
इस तिमाही में OEM (ओरिजिनल इक्वीपमेंट मैन्युफेक्चरर्स) के पास पर्याप्त मात्रा में इन्वेंटरी है, जिसकी वजह से फोन की कीमत अभी दो-चार महीने नहीं बढ़ेगी। वहीं, दूसरी तरफ सरकार द्वारा कंपोनेंट पर लगने वाले इंपोर्ट ड्यूटी में 5 प्रतिशत तक राहत देने की वजह से भी फोन की कीमत में बैलेंस बनाया जा सकेगा। स्मार्टफोन में लगने वाले कंपोनेंट की कीमत में भी इजाफा की दूसरी वजह भी है।
इस वजह से भी महंगे हो सकते हैं फोन
चीनी करेंसी मजबूत होने की वजह से भी भारतीय स्मार्टफोन इंडस्ट्री में चीन से इंपोर्ट किए जाने वाले कंपोनेंट्स के लिए पहले के मुकाबले अब ज्यादा खर्च करने पड़ सकते हैं। वहीं, केन्द्र सरकार ने इस साल बजट में मेक इन इंडिया पर फोकस किया है, जिसका फायदा स्मार्टफोन इंडस्ट्री को भी होगा। सरकार ने कम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए बजट को बढ़ाया है।
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