नई दिल्ली। राम नवमी 2025 (Ram Navami 2025) आज है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष (Shukla Paksha of Chaitra month) की नवमी तिथि के दिन राम नवमी (Ram Navami) मनाई जाती है। इस बार राम नवमी के दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं। पंचांग अनुसार, नवमी तिथि 5 अप्रैल को शाम 7.26 बजे से शुरू होकर 6 अप्रैल को शाम 7.22 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, 6 अप्रैल को राम नवमी (Ram Navami) मनेगी। रामनवमी पर पुष्य नक्षत्र, रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इसके अलावा सुलक्ष्मी योग, मालव्य राजयोग और बुधादित्य राजयोग भी बनने जा रहा है। इन शुभ संयोग में श्रीराम जी की पूजा करने से भक्तों को पुण्य फल की प्राप्ति होगी। जानें, राम नवमी पर पूजा के मुहूर्त, विधि, उपाय, भोग, मंत्र महत्व व सबकुछ….
राम नवमी महत्व: पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था, जो आज है।
राम नवमी पर सुबह से शाम तक इन मुहूर्त में करें पूजा
– ब्रह्म मुहूर्त: प्रात: 04 बजकर 54 मिनट से प्रात: 05 बजकर 41 मिनट तक
– अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से दोपहर 01 बजकर 05 मिनट तक
– विजय मुहूर्त: 02:30 पी एम से 03:20 पी एम
– गोधूलि मुहूर्त: 06:41 पी एम से 07:03 पी एम
– राम नवमी मध्याह्न मुहूर्त – 11:08 ए एम से 01:39 पी एम
– अवधि – 02 घण्टे 31 मिनट्स
– राम नवमी मध्याह्न का क्षण – 12:24 पी एम
शुभ योग
– रवि पुष्य योग : सुबह 06 बजकर 27 मिनट से 07 अप्रैल सुबह 06 बजकर 25 मिनट तक
– सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 06 बजकर 27 मिनट से 07 अप्रैल सुबह 06 बजकर 25 मिनट तक
– रवि योग: पूरे दिन
चौघड़िया मुहूर्त
चर – सामान्य 07:40 से 09:15
लाभ – उन्नति 09:15 से 10:49
अमृत – सर्वोत्तम 10:49 से 12:24
शुभ – उत्तम 13:58 से 15:33
शुभ – उत्तम 18:42 से 20:07
अमृत – सर्वोत्तम 20:07 से 21:32
चर – सामान्य 21:32 से 22:58
लाभ – उन्नति 01:48 से 03:14, अप्रैल 07काल रात्रि
शुभ – उत्तम 04:39 से 06:04, अप्रैल 07
पूजा-विधि
1- स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें
2- भगवान श्री राम का जलाभिषेक करें
3- प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें
4- अब प्रभु को पीला चंदन, वस्त्र, फल और पीले पुष्प अर्पित करें
5- मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें
6- श्रीराम स्तुति का पाठ व मंत्र जाप करें
7- पूरी श्रद्धा के साथ भगवान राम जी की आरती करें
8- श्रद्धा अनुसार प्रभु को तुलसी दल सहित भोग लगाएं
9- अंत में क्षमा प्रार्थना करें
भोग: बेर, खीर, केसर,पंजीरी, पंचामृत,मिठाई, फल,सूखे मेवे, किशमिश आदि
रामनवमी उपाय: मनोकामना पूर्ति के लिए श्री राम चालीसा व बालकांड का पाठ करें। इच्छा अनुसार, गरीबों को दान करें।
राम जी के मंत्र
श्री रामचन्द्राय नमः
ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम, लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम। श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः।।
” ॐ राम ॐ राम ॐ राम ह्रीं राम ह्रीं राम श्रीं राम श्रीं राम – क्लीं राम क्लीं राम। फ़ट् राम फ़ट् रामाय नमः
नाम पाहरु दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट। लोचन निजपद जंत्रित जाहि प्राण केहि बाट।।
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