कोलकाता । कांग्रेस नेता (Congress Leader) राहुल गांधी की न्याय यात्रा (Rahul Gandhi’s Nyay Yatra) ने प्रशासनिक बाधाओं के बीच (Amid Administrative Hurdles) गुरुवार को पश्चिम बंगाल में (In West Bengal) प्रवेश किया (Entered) । राज्य में बड़ी प्रशासनिक बाधाओं की आशंका के चलते रैली के कार्यक्रम में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं।
जैसे ही गांधी के नेतृत्व में रैली ने पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले के तुफानगंज उपखंड के बशीरहाट में बंगाल क्षेत्र में प्रवेश किया, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और पांच बार के पार्टी लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया । इस बीच रैली के बंगाल की सीमा में प्रवेश के बाद से ही इसमें प्रशासनिक बाधाएं आनी शुरू हो गई हैं । राहुल गांधी के स्वागत के लिए जो मूल मंच बनाया गया था, उसे तोड़कर एक वैकल्पिक निजी स्थान पर खड़ा करना पड़ा।
कूचबिहार जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम.एम. हुसैन ने कहा, ”पुलिस ने स्वयं उस उद्देश्य के लिए स्थापित मूल मंच को नष्ट कर दिया। पुलिस ने दावा किया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस की अनुमति के बिना मंच खड़ा किया गया था। इसलिए हमें सड़क के विपरीत दिशा में एक निजी स्थान पर वही स्वागत मंच बनाना पड़ा।”
संयोग से, बुधवार को ही तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर अपनी पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने की आधिकारिक घोषणा की। राज्य कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिला पुलिस अधिकारियों के आग्रह के बाद 28 जनवरी को जलपाईगुड़ी शहर में न्याय यात्रा के कार्यक्रम को भी कुछ हद तक बदलना होगा।
राज्य के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ”जिला पुलिस ने हमें सूचित किया है कि न्याय यात्रा रैली रविवार को दोपहर 2 बजे के बाद ही जलपाईगुड़ी शहर में प्रवेश करेगी, क्योंकि उस दिन सुबह शहर में पुलिस भर्ती परीक्षा होगी। राहुल गांधी को दोपहर का भोजन उसी स्थान पर करना था जहां उन्हें रैली करनी थी। अब पुलिस विज्ञप्ति के बाद न केवल रैली का कार्यक्रम बदलना पड़ेगा बल्कि उनके दोपहर के भोजन का स्थान भी बदलना पड़ेगा।”
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved