भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की धनतेरस अलग अंदाज में मनने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) वर्चुअली रूप से जुड़कर राज्य में तीन नए मेडिकल कॉलेज लोकार्पित कर दिए हैं। प्रदेश के 81 लाख किसानों के खातों में 1624 करोड़ रुपये अंतरित किए जाएंगे। नीमच में आयोजित कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि चिकित्सा के क्षेत्र में मध्य प्रदेश की नई पहचान बन रही है। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को नीमच, मंदसौर और सिवनी में चिकित्सा महाविद्यालयों का वर्चुअल लोकार्पण कर रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री प्रदेश के 81 लाख किसानों के खातों में 1624 करोड़ रुपये अंतरित करेंगे और 512 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति-पत्र वितरण भी करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस गति से प्रदेश के जिलों में चिकित्सा महाविद्यालय प्रारंभ किए जा रहे हैं, शीघ्र ही हर जिले में चिकित्सा महाविद्यालय होगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आगामी दो वर्ष में लगभग 25 हजार पदों को भरने की कार्य-योजना है।
प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 200-250 एकड़ के क्षेत्र में मेडिकल पार्क विकसित होंगे, जिससे विभिन्न सुपर स्पेशिएलिटी सेवाएं आमजन को एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकेंगी। प्रदेश के कुल 346 सामुदायिक केन्द्रों को एफ.आर. यू. में उन्नत करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किए जाने की कार्य योजना तैयार की गई है। प्रदेश में सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम एवं बचाव के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। समस्त जनजातीय बहुल जिलों में सिकल सेल एनीमिया की जांच की जा रही है।
बता दें नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने तीनों मेडिकल कॉलेज में 50-50 सीटों की मंजूरी दे दी है। इससे प्रदेश में सरकारी एमबीबीएस की सीटों की संख्या बढ़कर 2,425 हो जाएगी। साथ ही, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस अवसर पर मंदसौर में आयोजित नव आयुर्वेद दिवस कार्यक्रम में भी शामिल होंगे, जहां वे नए आयुर्वेद चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि अलग-अलग जिलों में अस्पतालों के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी इस अवसर पर किया जाएगा। अलग-अलग जिलों से जनप्रतिनिधि कार्यक्रम में जुड़ेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस विशेष अवसर पर धार जिले में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जनजातीय समाज की संस्कृति और योगदान को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनजातीय समुदाय के गौरवशाली इतिहास को जन-जन तक पहुंचाना है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved