नई दिल्ली। हाल में पाकिस्तान (Pakistan) के एक दूतावास (embassy) के कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन न मिलने का मामला सामने आया, जिसने एक बार फिर पाकिस्तान में आर्थिक तंगी(financial crisis in pakistan) के हालात को जगजाहिर कर दिया। सर्बिया स्थित पाक दूतावास के आधिकारिक टि्वटर हैंडिल से यह ट्वीट प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) को टैग करते हुए किया गया था। जिसमें कहा गया कि तीन महीने से वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों के बच्चों को स्कूल से निकाल दिया गया है। हालांकि बाद में पाक विदेश मंत्रालय (Pakistan Foreign Ministry) ने सफाई दी थी कि दूतावास का टि्वटर हैंडिल हैक हो गया था। बहराल दक्षिण एशियाई देशों(South Asian countries) की स्थिति बयान करने वाले आंकड़े बता रहे हैं कि पाकिस्तान की महंगाई दर इस पूरे क्षेत्र में सर्वाधिक(Pakistan’s highest inflation rate) है।
इन चुनौतियों से जूझ रहा पाक
पाकिस्तान बढ़ती महंगाई दर, खाली होते विदेशी मुद्रा भंडार, चालू खाते में घाटे के बढ़ते दबाव और पाकिस्तानी मुद्रा ‘रुपया’ की पतली होती हालत से जूझ रहा है। बीते अक्तूबर में पाकिस्तान में तेल की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि की गई थी। बीते 24 नवंबर को प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि उनके पास मुल्क चलाने के लिए पैसे नहीं हैं और कर्ज बढ़ता जा रहा है। पिछले दस साल में पाकिस्तान का कर्ज 6 हजार ट्रिलियन से बढ़कर 30 ट्रिलियन रुपए हो गया है।
रिकॉर्ड स्तर पर महंगाई
पिछले महीने पाक की महंगाई दर में जबरदस्त उछाल दर्ज हुआ, नवंबर में महंगाई दर 11.5% पहुंच गई थी जो कि अक्तूबर में 9.2 फीसदी थी। पाकिस्तान में एक डॉलर की कीमत 176.66 रुपए हो गई है जबकि भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत 75.42 रुपया है। हाल में पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो के जारी किए आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक पाकिस्तानी रुपये में 11 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। पिछले 20 महीनों में महंगाई दर सबसे ज्यादा 11.5 फ़ीसदी हो गई है।
पेट्रोल से महंगा दूध और चीनी
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में एलपीजी गैस 217 रुपये प्रति किलो है। घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 2,560 जबकि कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 9,847 रुपये प्रति किलो है। यही हाल पेट्रोल (145.82 प्रति लीटर) और डीजल (142.62 रुपये प्रति लीटर) है। रोजमर्रा के भोजन की अहम जरूरत दूध और चीनी के दाम तक यहां बेहद ज्यादा हैं। बीते सितंबर में मुहर्रम के समय कराची में दूध 140 रुपये लीटर बिक रहा था जबकि तब पेट्रोल के दाम 113 रुपये प्रति लीटर थे।
सऊदी ने मदद का हाथ बढ़ाया
खाली होते विदेशी खजाने के कारण बेहाल पाकिस्तान को सऊदी अरब ने कर्ज देकर फिलहाल कुछ राहत दी है। यह कर्ज तीन अरब अमेरिकी डॉलर का है जिसे स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को दिया गया है। सऊदी की मदद की जानकारी देते हुए सरकार के वित्तीय सलाहकार शौकत तरीन ने पांच दिसंबर को सऊदी के राजकुमार सलमान का शुक्रिया अदा किया।
महंगाई से आत्महत्याएं बढ़ी
नवंबर में कराची में 27 साल के एक युवक ने खुद को आग लगा ली, उसके परिजनों ने आरोप लगाया कि महंगाई के चलते वह किराया और घर के खर्चे नहीं चला पाने से अवसाद में था। हाल में विपक्षी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की ओर से कहा गया कि रिकॉर्ड स्तर की महंगाई के कारण गरीब लोगों को आत्महत्या का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। एक करोड़ नौकरियां देने के चुनावी वादे के साथ सत्ता में आए इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं क्योंकि देशभर में महंगाई के मुद्दे पर प्रदर्शन हो रहे हैं।
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