नई दिल्ली: पाकिस्तान की ‘कांटे से कांटा’ निकालने की चाल पर आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने बलूचिस्तान लेविस फोर्स को जारी किए विशेष संदेश में कहा है कि उन्हें पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के खिलाफ चल रहे युद्ध में हिस्सा नहीं बनना चाहिए और यदि वे ऐसा करेंगे तो टीटीपी अपने मुजाहिदीनों को उनके खिलाफ विशेष हमले करने का काम सौपेंगा.
इसके पहले पाकिस्तान प्रशासन और सेना ने बलूचिस्तान लेविस फोर्स को आतंकवादियों और अफ़गानिस्तान बॉर्डर सुरक्षा में सहयोग करने से लेकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा सीईपीसी परियोजना की सुरक्षा से संबंधित काम भी सौंप दिया था. बलूचिस्तान लेविस फोर्स में बलूच और पश्तून के जवान और अधिकारी शामिल हैं. इस फोर्स को देश के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के समय में स्थानीय पुलिस फोर्स में मिला दिया गया था, लेकिन बाद में फिर से इसे अलग दर्जा दे दिया गया.
यह एक अर्धसैनिक पुलिस बल है, जिसमें स्थानीय लोग शामिल होते हैं, जबकि स्थानीय पुलिस बल में गैर स्थानीय लोग शामिल हैं. बलूचिस्तान लेविस फोर्स ने आतंकवादी और अपराधियों के खिलाफ अपनी मुहिम शुरू कर दी है, जिसके जवाब में आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने 24 घंटे पहले बलूचिस्तान में नेवी फोर्स के एक चेक पोस्ट पर हमला भी किया.
टीटीपी ने बलूचिस्तान के वाश में एक लेवी फोर्स चेकपोस्ट पर सशस्त्र हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें एक सैनिक की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया. टीटीपी ने भी पुष्टि की है कि जवाबी गोलीबारी में उसका एक आतंकवादी अनस बलूच मारा गया. पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी प्रशासन ने एक योजना के तहत बलूचिस्तान लेविस फोर्स को अब आतंकवादी संगठनों के सामने खड़ा कर दिया है क्योंकि लेविस फोर्स में स्थानीय लोग ज्यादा हैं और उनके मारे जाने पर स्थानीय तौर पर असंतोष भड़क सकता है.
लिहाजा आतंकवादी संगठन ने उन्हें पाकिस्तानी सेना आईएसआई और चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे से दूर रहने की सलाह दी है, जिससे वे अपने हमले तेज कर सकें. उधर बलूचिस्तान लेविस फोर्स ने एक वीडियो जारी कर एक ऐसे अपराधी आतंकवादी को गिरफ्तार करने का दावा किया है जो कई हत्याओं तथा गंभीर अपराधों में शामिल था.
आतंकवादी संगठन को पता है कि यदि उनका बलूचिस्तान में लेविस फोर्स से सीधे झगड़ा हुआ, तो उन्हें बलूचिस्तान में शरण मिलनी मुश्किल हो जाएगी. लिहाजा वे चाहते हैं कि इस फोर्स के जवान उनके खिलाफ ना जाएं और उनके हमले पाकिस्तानी सेना स्थानीय पुलिस फोर्स और चीन द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों पर लगातार होते रहे. यही कारण है कि आतंकवादी संगठन टीटीपी ने बलूचिस्तान लेविस फोर्स को इस तरह की धमकी दी है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved