विदिशा। शिशु मृत्युदर, बाल मृत्युदर और बच्चों में होने वाली बीमारियों को कैसे कम किया जा सकता है। मौत के आंकड़ों को कैसे घटाया जा सकता है और बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य व अच्छे इलाज कैसे किया जा सकता है। इन तमाम मुद्दों को लेकर डॉक्टरों की टीम ने प्रेस से चर्चा की। जहां प्रदेश और देश भर के 500 से ज्यादा शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एक सेमिनार में शामिल हो रहे हैं। जहां शिशु मृत्यु दरए बाल मृत्यु दर सहित अन्य विषयों को लेकर आपस में चर्चा करने के साथ इन दरो को कम करने पर विचार करेंगे। इसको लेकर प्रेसवार्ता हुई। जिसमें इंटीग्रेटेड एकेडमी ऑफ पेट्रियोटिक वेलफेयर सोसाइटी के माध्यम से किया गया। सोसाइटी की प्रदेश अध्यक्ष डा नीति अग्रवाल, जिला अध्यक्ष डॉक्टर एमके जैन, सचिव डॉ सुरेंद्र सोनकर, वरिष्ट शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ नवीन शर्मा, डॉ सुमत जैन आदि मौजूद रहे।
इसके पहले महानगरों में इस तरह के आयोजन होते रहे हैं। साथ ही साथ अब तक 500 डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन होना भी अपने आप में बड़ी बात है। बताया गया कि 10 और 11 नवंबर को विभिन्न जागरूकता कार्यशाला आयोजित होंगी जिनमें बच्चों के अलावा पुलिस कर्मियों और ऑटो संचालकों को अलग.अलग विषयों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। उसके बाद 12 और 13 नवंबर को सांची रोड स्थित मगधम रेजार्ट मे सेमिनार होगा। सेमिनार की शुरुआत में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थीए प्रदेश सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के साथ स्थानीय स्तर पर अधिकारी और जनप्रतिनिधि सम्मिलित होंगे।
तत्काल मिले इलाज इसके लिए देंगे ट्रेनिंग
हम बच्चों के बीच कुपोषण टीकाकरण और किशोरावस्था में होने वाले विभिन्न रोगों के बारे में जानकारी दी जाएगी उससे बचने के बारे में भी बताया जाएगा वहीं दूसरी ओर सड़कों पर और विभिन्न जगहों पर होने वाले हादसों में लोगों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के बारे में उस घटनास्थल पर पहुंचने वाले व्यक्तियों को प्रशिक्षण देने की बात भी कही गई जिसमें 25 पुलिसकर्मियों और 25 ऑटो संचालकों को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि घटनास्थल पर घायल या गंभीर बीमार व्यक्ति को अस्पताल में इलाज मिलने से पहले जान के खतरे को कम किया जा सके।
स्रद्मफोटो संलग्र 2
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved