उज्जैन। महाकाल मंदिर समिति को हर साल करोड़ों रुपए आ रहे हैं और यह पैसा सुविधा के लिए खर्च होना चाहिए लेकिन हालत यह है कि 45 डिग्री तापमान और भीषण गर्मी में महिला बच्चे परेशान हो रहे हैं। बाहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं जिनमें छोटे बच्चे और महिलाएँ भी होती है लेकिन सुबह भस्मारती के दौरान नंदी हाल में 2 से 3 घंटे बैठना पड़ता है और इस दौरान चिपककर लोग बैठते हैं और कूलर की व्यवस्था नहीं हैं और यहाँ भीषण गर्मी का शिकार हो रहे हैं और यहाँ सेंट्रल सिस्टम का एयरकंडीशनर लगना चाहिए।
पूरे मध्य प्रदेश सहित उज्जैन में भी इन दोनों गर्मी का पारा आसमान छू रहा है। गर्मी ने गत वर्षों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ऐसे में हर कोई गर्मी से राहत पाना चाहता है। इन दिनों गर्मी की छुट्टियाँ भी चल रही है, इसके चलते देशभर के श्रद्धालु उज्जैन महाकाल मंदिर दर्शन करने भी आ रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी श्रद्धालुओं को महाकाल मंदिर की सुबह होने वाली भस्म आरती में हो रही है। भस्म आरती में नंदीहाल से लेकर पीछे रेलिंग तक हजारों श्रद्धालु महाकाल की भस्म आरती दर्शन के लिए के लिए सुबह बैठते हैं। भस्म आरती दर्शन के लिए बैठे श्रद्धालु गर्मी से बेहद परेशान हो रहे हैं। विशेष कर महिलाएँ, वृद्ध और बच्चों की हालत बेहद खराब है। भस्म आरती में बैठक व्यवस्था रहती है, ऐसे में बीच में फँसे श्रद्धालु छोटे बच्चों को गर्मी से परेशान होने के कारण आरती से बाहर निकलकर मंदिर परिसर में घूमते रहते हैं। गर्मी से परेशान हो रहे श्रद्धालुओं को राहत पहुँचाने के लिए भस्म आरती दर्शन हॉल में पंखे, कूलर या एग्जॉस फैन की कोई व्यवस्था नहीं है। मंदिर प्रबंध समिति को हजारों श्रद्धालु पंखे कूलर और अन्य सामग्री दान करते हैं। ऐसे समय भीषण गर्मी को देखते हुए आवश्यकता है कि भस्म आरती में श्रद्धालुओं को राहत पहुँचाने के लिए भस्म आरती बैठक हाल में एग्जॉस और कूलिंग व्यवस्थाएँ की जाना बेहद जरूरी है।
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