भोपाल । मध्य प्रदेश (MP) में हार्डकोर क्रिमिनल्स (Hardcore criminals) की कुंडली तैयार की गई है. अपराधी भी एक या दो नहीं बल्कि पूरे 89 हजार. ये कुंडली स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने तैयार की है. इन बदमाशों और उनसे जुड़ने वाले लोगों पर नज़र रखी जा रही है. यह सब उन अलग-अलग संगठित अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए किया जा रहा है जो लगातार प्रदेश में हो रहे हैं.
मध्यप्रदेश में लगातार ऑर्गेनाइज क्राइम (Organize Crime) बढ़ रहा है. इन अपराधों को रोकने के लिए STF की डाटा सेल ने 89 हजार हार्डकोर अपराधियों की कुंडली तैयार की है. ये वो अपराधी हैं जिनके खिलाफ STF ने पिछले पांच साल में कोई न कोई कार्रवाई की थी. सभी बदमाशों का अपडेट डाटा एसटीएफ के पास मौजूद है. इसी डाटा के तहत अब उन गुंडे बदमाशों पर नजर रखी जा रही है. साथ ही पिछले 5 साल में उनसे और उनकी गैंग से जुड़े लोगों को भी रडार पर लिया गया है. गुंडे बदमाशों की वजह से संगठित अपराधों में इंदौर, जबलपुर ग्वालियर और भोपाल रेंज सबसे ज्यादा बदनाम है.
ये है अपराधियों की लिस्ट
मध्य प्रदेश में ऑर्गेनाइज क्राइम के 89000 हार्डकोर गुंडे-बदमाशों के खिलाफ कम से कम 2 या 2 से अधिक अपराध दर्ज हैं. इनमें अवैध हथियार के 18,000 अपराधी, NDPS के 18,156, अवैध शराब के 38,937, खनिज माफिया के 3065, किडनैपिंग के 1577, हवाला के 42, हाउसिंग सोसायटी माफिया के 918, चिटफंड के 732 और वन्यजीव क्राइम के 449 अपराधी शामिल हैं.
इंदौर में सबसे ज्यादा ऑर्गेनाइज क्राइम…
पिछले पांच साल में STF ने संगठित अपराधों के खिलाफ हजारों कार्रवाई की थीं. इन्हीं में शामिल अपराधियों का अब डाटा तैयार किया गया है. इसी डाटा से पता चला है कि एमपी में अवैध हथियार, अवैध शराब, चिटफंड, हाउसिंग सोसायटी माफिया के मामले में इंदौर रेंज नम्बर वन है. जबकि अवैध मादक पदार्थ NDPS, वन्यजीव तस्करी के मामले में जबलपुर रेंज नम्बर वन है. रेत माफिया के मामले में ग्वालियर में सबसे ज्यादा अपराध हो रहे हैं. और हवाला के मामले में भोपाल-इंदौर नम्बर वन हैं. इन रेंज में सबसे ज्यादा अलग-अलग संगठित अपराधों में कार्रवाई होने के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी.
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