नई दिल्ली। रेल मंत्रालय भी रामनगरी को सजाने संवारने में अपनी भूमिका तय कर रहा है। आध्यात्मिक नगरी अयोध्या के रेलवे स्टेशन के सर्वांगीण विकास के साथ ही उसे राम मंदिर का स्वरूप देने की कवायद अंतिम दौर में है। इस योजना के लिए 104.77 करोड़ रुपये खर्च किए जाएँगे और यह काम अगले साल जून तक पूरा कर हो जाएगा।
उत्तर एवं उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने कहा कि भगवान राम की पावन चरणधूलि से सुशोभित अयोध्या की पवित्र नगरी का अलौकिक महत्त्व है। भविष्य में इस नगरी की महत्ता को ध्यान में रखते हुए मंडल द्वारा अयोध्या रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण करते हुए एक नवीन स्वरूप प्रदान करने की दिशा में निरन्तर प्रयास चल रहे है ताकि आगामी समय में सम्पूर्ण विश्व को आकृष्ट करते हुए इस स्टेशन पर आवागमन करने वाले श्रृद्धालुओं एवम् पर्यटकों को उच्च मानकों से सुसज्जित आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा सके।
उन्होंने बताया कि अयोध्या स्टेशन के नवीनतम एवं आधुनिक यात्री सुविधाओं से सुसस्सजित भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस भवन के लिए वितीय वर्ष 2017-18 में 80 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गयी थी जिसे वर्तमान में बढाकर 104.77 करोड़ रुपये कर दिया गया है | इस स्टेशन भवन का निर्माण रेलवे की राइट्स (आरआरटीईएस) उपक्रम द्वारा किया जा रहा है |
इस भवन का निर्माण दो चरणों में होगा, प्रथम चरण में प्लेटफॉर्म संख्या 1 व 2/3 में विकास कार्य, वर्तमान सरकुलेटिंग एरिया का विकास व् होल्डिंग एरिया का विकास | दूसरे चरण में नए स्टेशन भवन का निर्माण व अन्य सुविधाओं का निर्माण कार्य | इन सुविधाओं के अन्तर्गत स्टेशन के आंतरिक एवम् बाह्य परिसर का नवीनीकरण करते हुए स्टेशन पर उपलब्ध सुविधाओं में वृद्धि जैसे टिकट काउंटर की संख्या विस्तार, प्रतीक्षालय सुविधा विस्तार, वातानुकूलित 03 विश्रामालय, 17 बेड वाली पुरुष डॉरमेट्री प्रसाधन सहित,10 बेड वाली महिला डोरमेट्री प्रसाधन सहित, एक अतिरिक्त फुट ओवर ब्रिज, फूड प्लाज़ा, दुकानें, अतिरिक्त शौचालय सहित अन्य वांछित सुविधाओं को उपलब्ध कराने की दिशा में निरन्तर प्रगति कार्य जारी है।
इसके अतिरिक्त स्टेशन पर पर्यटक केंद्र, टैक्सी बूथ, शिशु विहार, वी. आई. पी. लाउंज, सभागार तथा विशिष्ट अतिथि गृह समेत अनेक अन्य वांछित सुविधाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करते हुए निरन्तर निर्माण एवम् विकास कार्य प्रगति पर है। इन समस्त विकास और प्रगति कार्यों की नियमित समीक्षा की जाती है और समय समय पर उच्च गुणवत्ता के साथ कार्य को पूरा करने के निर्देश भी पारित किए जाते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved