गंगा घाट का पानी पीया है… सबको मैं पानी पिला दूंगा… यह गीत वो यथार्थ दिखाएगा कि विपक्षियों का इंडिया दंग रह जाएगा…देश के बनारसी बाबू मोदीजी के इशारों पर अब तक राज्यों की सरकारें टूटती-बिखरती रहीं, लेकिन अब बारी केन्द्र की है…सरकार के अपने वजूद की है… मोदीजी के अपने रसूख की है…दस सालों तक जिन्होंने एकछत्र राज चलाया… सिकंदर बनकर जीत का एहसास कराया… पार्टी से बड़ा खुद को बनाया… बड़े से बड़े नेता को खामोश बिठाया…वो नीतीश-नायडू के आगे कब तक सर झुकाएंगे…चंद दिनों बाद दोनों को बौना करने के लिए इंडिया गठबंधन के विघटन की जुगत भिड़ाएंगे और आधे इंडिया को एनडीए में शामिल कर सबको कतार में बैठाएंगे…राहुल-ममता देखते रह जाएंगे…अखिलेश-तेजस्वी समझ नहीं पाएंगे…यह चार यदि एकता का हौसला भी दिखाएंगे तो बाकी के घटक सत्ता के लालच में मोदी के हो जाएंगे…देश को उंगली पर नचाने वाले मोदी हों या शाह, नतीजों की रात से सो नहीं पाए होंगे…रातोरात सारे समीकरण बिठाए होंगे…विरोधी घटक दलों की जरूरतों और जहमतों के अनुमान लगाए होंगे…हाथोहाथ नीतीश-नायडू को अपना बनाया… उनके भागने और विरोधियों से मिलने के पहले अवरोध लगाया…नायडू तो मान गए, लेकिन नीतीश ने बड़े पद का ऑफर भिजवाया…दोनों की चाहतों पर विश्वास की मुहर लगाकर सरकार से निश्चिंत होकर मोदी-शाह चंद महीनों में ही वो पैंतरा चलाएंगे कि जनता भले ही एनडीए को चार सौ पार नहीं पहुंचाए, लेकिन राजनीति के यह दोनों चाणक्य घटक दलों को जोड़-तोडक़र इस तरह आर-पार लगाएंगे कि गठबंधन की सरकार की गांठ हर बंधन से मुक्त हो जाएगी…फिर नीतीश-नायडू से नई डील की जाएगी…दोनों की हालत जो दिया सो लिया और संतोष कर लिया जैसी हो जाएगी… अभी तो शुरुआत हुई है… देश की राजनीति और नए-नए रंग दिखाएगी… सरकार की स्थिरता की यह नई रचना कुछ इस तरह सामने आएगी, जैसे महाराष्ट्र में उद्धव को घर बैठाने के लिए शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है…शरद पवार को निपटाने के लिए भतीजे अजीत को मोहरा बनाया जाता है… कमलनाथ को कुर्सी से उतारने के लिए सिंधिया को साधा जाता है…जो प्रयोग राज्यों में किया जाता है वो केंद्र में आजमाया जाएगा… राहुल, तेजस्वी और अखिलेश की पीढ़ी को राजनीति का वो पाठ पढ़ाया जाएगा कि अब तक का पढ़ा-लिखा सब चौपट हो जाएगा…यदि इंडिया को अपना वजूद बचाना था तो सरकार बनने से पहले सरकार बनाने का हौसला दिखाना था…बहुमत का आंकड़ा जुटाना था, वरना खेती करेगा इंडिया… और मोदी चुग जाएंगे खेत…
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