जेल में बंद मद्दा पर शहजाद लाला हत्याकांड के साथ बब्बू-छब्बू जैसे गुंडों की मदद से जमीनें खाली करवाने के हैं आरोप, तो चम्पू के नाम संदीप तेल मामले में सामने आए
इंदौर। शहर के चर्चित भूमाफियाओं ने जहां बीते 15 सालों में जमकर सहकारी संस्थाओं की जमीनों की लूटपट्टी की, तो दूसरी तरफ इसमें बाधा बनने वाले लोगों को रास्ते से हटाने के लिए गुंडों से लेकर मरवाने की सुपारी तक दे डाली है। अभी संदीप तेल हत्याकांड में जो मुख्य शूटर जितेन्द्र बना से पुलिस ने पूछताछ की है तो उसमें कुछ भूमाफियाओं के नाम भी सामने आए हैं, जिसमें चम्पू से तो हत्याकांड के बाद ही पुलिस ने पूछताछ की थी और बाद में छोड़ दिया, तो दूसरी तरफ एक अन्य भागीदार का नाम सामने आया है। इसी तरह जेल में बंद मद्दे पर भी शहजाद लाला हत्याकांड से लेकर बब्बू-छब्बू जैसे शातिर गुंडों की मदद से जमीनों को खाली करवाने के आरोप लगते रहे हैं।
इन भूमाफियाओं ने जहां एक तरफ हजारों करोड़ की जमीनों की अफरा-तफरी की, तो बीते कई सालों से पुलिस-प्रशासन सहित अदालती कार्रवाई के चलते दबाव-प्रभाव भी बनाते रहे। संदीप तेल से कॉलोनी काटने, जमीनों की खरीद-फरोख्त करने के चलते 60 करोड़ से अधिक की वसूली संदीप तेल को रोहित सेठी के अलावा चम्पू, नीलेश और अन्य से भी करना बताया गया है। दरअसल 2019 में संदीप तेल की हत्या कर दी गई थी, जिसके चलते केबल कारोबारी रोहित सेठी को मुख्य आरोपी के रूप में जेल में बंद कर रखा है। वहीं हत्या के लिए 10 करोड़ की सुपारी जिस मुख्य शूटर को दी गई उसे भी अभी पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया और फिर रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ में इंदौर के चर्चित भूमाफिया अजमेरा बंधुओं के साथ-साथ उन्हीं के भागीदार का नाम भी सामने आया है। यह भी उल्लेखनीय है कि चम्पू, नीलेश, चिराग शाह सहित महावीर जैन, हैप्पी धवन और निकुल कपासी को आज हाईकोर्ट में भी पेश होना है। दरअसल पिछले दिनों कालिंदी गोल्ड, सेटेलाइट और फिनिक्स टाउनशिप में हुई धोखाधड़ी के चलते पीडि़तों की ओर से दायर याचिकाओं पर हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए आज 1 मई को इन्हें व्यक्तिगत रूप से पेश होने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस ने भी इन भूमाफियाओं की जमानतें निरस्त करने क आवेदन लगाए हैं, क्योंकि जिन शर्तों पर सुप्रीम कोर्ट से इन्हें जमानत मिली थी उसका पालन इन्होंने नहीं किया और 250 से अधिक भूखंड पीडि़त अभी भी चक्कर काट रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक चम्पू, निकुल, महावीर जैन और हैप्पी तो कोर्ट में पेश होंगे, वहीं नीलेश अजमेरा तो लम्बे समय से फरार है और उसकी कोई अधिकृत सूचना पुलिस को भी नहीं है। वहीं चिराग शाह के बारे में भी पता चला कि वह दो दिन पहले वह इंदौर आ गया था। अब आज हाईकोर्ट पेश होता है या नहीं, यह देखना होगा। दूसरी तरफ जमीनों के ये लूटेरे सुपारी देकर हत्या करवाने के गंभीर आरोपों में अलग घिर गए हैं। डायमंड गृह निर्माण सहित न्याय नगर और अन्य संस्थाओं की जमीनों को खाली करवाने और इस काम में आड़े आने वाले धमकाने वालों को बब्बू-छब्बू जैसों का सहारा मद्दे जैसे भूमाफियाओं ने लिया है
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