नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास में लगे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार अभी पूरी गति में नहीं पहुंच पाया है. ऐसे में केंद्रीय बैंक वृद्धि को समर्थन देने के लिए जरूरत पड़ने पर कदम उठाने को तैयार है.
शक्तिकांत दास ने उद्योग संगठन फिक्की के एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की तरफ से जारी किए गए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े कोविड-19 के अर्थव्यवस्था पर पड़े असर को दर्शाते हैं.
कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए सरकार ने मार्च के अंत में देशव्यापी सख्त लॉकडाउन लागू किया था, जिसके चलते अप्रैल-जून तिमाही में अर्थव्यवस्था का आकार 23.9 प्रतिशत घट गया. उन्होंने कहा, ”हालांकि, कृषि गतिविधियों के संकेतक, विनिर्माण के लिए पीएमआई और बेरोजगारी पर कुछ निजी अनुमान चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आर्थिक गतिविधियों में स्थिरीकरण आने की ओर इशारा कर रहे हैं जबकि कुछ अन्य क्षेत्रों में भी संकुचन कम हो रहा है.”
दास ने कहा कि अर्थव्यवस्था ने अभी तक अपनी पूरी रफ्तार नहीं पकड़ी है, यह धीरे-धीरे ही अपनी पुरानी स्थिति में लौटेगी. उन्होंने निजी क्षेत्र को आगे बढ़कर अर्थव्यवस्था में सुधार की गति बढ़ाने में योगदान करने को कहा.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved