उज्जैन। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने पिछले महीने शहर के चार झोन क्षेत्रों में पेपरलेस बिजली बिल व्यवस्था शुरू की थी। इस महीने से विभाग की सभी झोन क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को बिजली के बिल कागज की प्रिंट पर नहीं मिलेंगे। इस महीने सभी झोन क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को केवल उनके बिल की राशि का एसएमएस भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विद्युत मंडल के पूर्व में बिजली के बिल कागज पर प्रिंट होकर हर महीने आते थे। पिछले महीने तक शहर की चार झोन में विभाग ने पेपरलेस बिल झोन बना दिया था। वहीं इस महीने से सभी 9 झोन क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को पेपरलेस बिल भेजे जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक इस महीने से लोगों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मासिक बिल की राशि का एसएमएस प्राप्त होगा, जिसके भुगतान की अंतिम तिथि भी एसएमएस में दर्ज रहेगी। यह व्यवस्था इस महीने से पूरी तरह लागू कर दी गई है। इधर शहर के 1 लाख 27 हजार से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को हर महीने कागज पर जारी होते थे। लोगों का कहना है कि जिन उपभोक्ताओं के पास मोबाइल नहीं है या फिर नंबर बिल में रजिस्टर्ड नहीं है उनके लिए क्या व्यवस्था रहेगी।
इस पर अधिकारियों ने बताया कि ऐसे उपभोक्ताओं को झोन कार्यालय आकर अपने मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कराने होंगे। बताया जा रहा है कि बिजली के बिल केवल एसएमएस पर कंपनी भेजेगी। इसमें केवल भुगतान की राशि का जिक्र होगा। बिल कितने यूनिट की खपत का है इसकी जानकारी उपभोक्ताओं को विभाग के झोन कार्यालय पर आकर बिजली के बिल की प्रिंट निकलवानी होगी। इसके बाद ही बिल में गड़बडी या सुधार की गुंजाइश का पता लोगों का लग सकेगा। इधर पेपरलेस बिजली बिल व्यवस्था लागू होने के बाद विभाग के बिजली के बिल बांटने वाले सैकड़ों कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे।
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