आज के समय में स्वस्थ्य संबंधी कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है उन्ही बीमारियों में से एक है मधुमेह यानि डायबिटीज (Diabetes) की बीमारी। आज के समय में मधुमेह की समस्या आम हो गई है एक रिपोर्ट के अनुसार इस समय देश में हर छठा व्यक्ति डायबिटीज (Diabetes) से परेशान है। कहते हैं कि अगर ये बीमारी एक बार किसी को हो जाए तो उसके लिए वो जिंदगी भर परेशानी का सबब बन जाती है। रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ना और अनुवांशिक यानी पीढ़ी दर पीढ़ी चलना, इस बीमारी की मुख्य वजह हैं। कई बार खराब लाइफस्टाइल और खानपान से भी हाई ब्लड शुगर (Blood sugar) की बीमारी उपजती है । इसलिए इस बीमारी में खानपान पर विशेष ध्यान देना होता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि सहजन की पत्तियां और टहनियां दोनों शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं किस प्रकार सहजन के सेवन से ब्लड शुगर (Blood sugar) नियंत्रित करने में सहायता मिलती है । माना जाता है कि 100 ग्राम सहजन (Seepage) की पत्तियों में 5 गिलास दूध के बराबर कैल्शियम होता है, इससे ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके प्रभाव से ब्लड शुगर (Blood sugar) बढ़ने से होने वाली कई स्वास्थ्य जटिलताओं को दूर करना आसान होता है। सहजन (Seepage) में राइबोफ्लेविन होता है जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सहजन (Seepage) में एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लामेट्री (Anti-fungal and anti-inflammatory) गुण होते हैं जो डायबिटिक लोगों को इंफेक्शन और सूजन से बचाते हैं। साथ ही, विटामिन-सी की मौजूदगी से इसे इम्युनिटी बूस्टर भी माना जाता है।
जूस बनाने का तरीका:
सहजन (Seepage) का जूस बनाने के लिए आपको चाहिए कुछ ताजे सहजन (Seepage), कुछ देर इसे धूप में सुखा लें। पूरी तरह सुखाने के बाद इसे मिक्सर ग्राइंडर में पीसकर इसका पाउडर बना लें। रोजाना सुबह उठने के साथ एक बर्तन में थोड़ा पानी लें और उसमें पाउडर मिलाकर कुछ मिनटों तक उबालें और फिर गर्म-गर्म पीयें।
लाभ:
सुबह उठ कर आप इसे पी सकते हैं, सहजन के रस को आप रात में डिनर के साथ भी ले सकते हैं।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर ले ।
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