कैनबेरा । ऑस्ट्रेलिया के विशेषज्ञों के एक दल ने दावा किया है कि चीन ने शिंजियांग स्वायत्त क्षेत्र में हिरासत केन्द्रों की संख्या और अधिक बढ़ा दी है।
मीडिया रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलिया के स्ट्रैडेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट का हवाला देते हुए कहा गया है कि क्षेत्र में 380 से अधिक संदिग्ध हिरासत केन्द्रों का पता लगा है।
इस रिसर्च में मिली जानकारी चीन के अधिकारियों के उन दावों का खंडन करती है, जिसमें कहा गया है कि तथाकथित वोकेशनल ट्रेनिंग स्किल सेंटर में प्रशिक्षु साल 2019 के अंत तक ग्रेजुएट हुए हैं। रिसर्चर नाथन रूसर ने अपने लेख में इस बात का खुलासा किया है।
इसके अलावा सबूत यह बताते हैं कि अन्य लोगों को हिरासत में लेकर उनपर आधिकारिक रूप से आरोप लगाकर उन्हें उच्च सुरक्षा सुविधाओं में कैद करके रखा गया है।
रिसर्च के अनुसार कम से कम 61 हिरासत केन्द्र को बढ़ाने के निर्माण का काम जुलाई 2020 में किया गया है। 14 अभी निर्माणाधीन हैं। साथ ही 70 की बाउंड्री वॉल और फेंसिंग को हटा दिया गया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि या तो यह बंद हो गई हैं या इनका आशय बदल दिया गया है।
कई केन्द्रों को बढ़ाते हुए उन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है और अन्य को औद्योगिक पार्क के पास शिफ्ट कर दिया गया है, जिससे लोगों से फैक्टरी कंपाउंड में जबरन मजदूरी का काम कराया जा सके।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में अमेरिका ने शिंजियांग से आने वाले कुछ उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका की ओर से यह रोक इसलिए लगाई गई है, क्योंकि इस क्षेत्र में लोगों से जबरन अवैध रूप से मजदूरी कराई जा रही है।
उइगर समुदाय के लोगों पर अत्याचार कर उन्हें हिरासत केन्द्रों में भेजकर जबरन मजदूरी कराने के लिए चीन की वैश्विक स्तर पर निंदा हो रही है।
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