उज्जैन। शहर में ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज बढऩे के साथ-साथ ऑनलाइन ठगी के मामले भी बढ़ रहे हैं। अब ये ठग कई ऑनलाइन खरीदारी की सुविधा देने वाली बड़ी कंपनियों के ऐप्स का क्लोन बनाकर ठगी कर रहे हैं। उज्जैन में इस दिनों इस प्रकार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। यदि आप सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं और ऑनलाइन शॉपिंग एप पर आपको ललचाने वाले ऑफर आते हैं। जैसे 10 हजार की वाशिंग मशीन सिर्फ 3 हजार रुपए या फिर ब्रांडेड ईयर फोन सिर्फ 160 रुपए में। तो ऐसे लुभावने ऑफर्स से सावधान हो जाए। ये ऑफर्स आपकी जेब ढीली कर सकते हैं।
त्यौहार और शादी-विवाह के मौसम में ठगी के नए तरह के मामले सामने आ रहे हैं। ठगों ने जितने भी बड़े ऑनलाइन शॉपिंग एप हैं, उनके नकली एप तैयार किए हैं। जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट व अन्य। इन नकली एप को फिशिंग एप भी कहते हैं। इन पर ओरिजिनल शॉपिंग एप जैसे ही लोगो रहते हैं। इनके पेज सोशल मीडिया के विभिन्न एप पर शो होते हैं। सोशल मीडिया चलाते-चलाते लोग इनके शिकार बन जाते हैं। इस तरह के फिशिंग एप पर ठग इतने लुभावने ऑफर देते हैं कि लोग उनके जाल में आसानी से फंस जाते हैं। जैसे कोई 10 हजार रुपए का प्रोडक्ट या आइटम उसी दिन विशेष ऑफर में सिर्फ 2 से 4 हजार रुपए में मिल रहा होता है। ऐसे ऑफर को जब लोग कंपनी के ओरिजिनल ऑनलाइन शॉपिंग एप पर देखते हैं, तो वहां कोई ऑफर नहीं होता। ऐसे में वह फिशिंग एप पर ही वापस लौट कर ऑर्डर करते हैं। जब लोग इस लुभावने ऑफर में फंस कर ऑर्डर करने जाते हैं, तो इसमें कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प ही नहीं होता। सिर्फ डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड व ऑनलाइन यूपीआई ट्रांजैक्शन से ही पेमेंट होता है। जिस पर ज्यादातर लोग यूपीआई से पेमेंट करते हैं। इसके बाद न तो उनका ऑनलाइन ऑर्डर वेबसाइट पर ट्रैक होता है न ही ऑर्डर की डिलीवरी होती है।
हर दिन आ रहे हैं ऐसे केस
उज्जैन सहित मध्य प्रदेश के हर शहर में हर दिन ऐसे कई केस आते हैं। इसमें 80 फीसदी मामलों में ठगी की रकम दो से तीन हजार होने पर वह थानों तक भी नहीं पहुंचते हैं। कोई आवेदन लेकर साइबर क्राइम पहुंचता है तो उसे रिकॉर्ड में लिया जाता है।
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