ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शनिवार की रात राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के साथ डबरा नगर में भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी के समर्थन में रोड शो किया। पांच किमी लंबे रोड शो में अपने नेताओं का स्वागत करने के लिए सडक़ पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान घर की छतों से फूलों की वर्षा होती रही तो वहीं नेताओं के लिए जय-जयकार के नारे भी लगते रहे। रोड शो के दौरान रथ के आगे चल रहे लोगों का उत्साह चरम पर दिखाई दिया। वे ढोल एवं डीजे की धुन पर नाचते रहे तो वहीं सडक़ों पर जमकर आतिशबाजी भी होती रही। इस दौरान सडक़ के दोनों तरफ मंच के माध्यम से विभिन्न सामाजिक संगठन और पार्टी कार्यकर्ताओं ने रोड शो का स्वागत किया। जनता के स्वागत से अभिभूत होकर मुख्यमंत्री सहित भाजपा नेताओं ने जनता का अभिवादन स्वीकार करते हुए भारतीय जनता पार्टी को जिताने की अपील की। रोड शो की शुरुआत भितरवार रोड से हुई, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए लगातार आगे बढ़ा। रोड शो शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए पुरानी गाड़ी अड्डा से रूई की मंडी पहुंचा।
धोखेबाज कांग्रेस और कमलनाथ को सबक सिखाना है: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डबरा में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ-कांग्रेस ने प्रदेश की गरीब जनता और भोलेभाले किसानों के साथ धोखा किया है। इसका बदला लेना है और इनको सबक सिखाना है। कमलनाथ ने हमारी बहन इमरती देवी का अपमान किया है, उनको अपशब्द कहे हैं, क्योंकि ये अहंकारी हैं। अहंकार तो रावण का भी नहीं चला तो ये अहंकार भी चूर-चूर हो जाएगा।
एक भी वचन पूरा नहीं किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर है। इन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में जो वचन प्रदेश की जनता को दिए थे वे एक भी वचन पूरे नहीं किए। कमलनाथ तो हमेशा पैसों के लिए रोते रहे। जब इनकी सरकार थी और इनके मंत्री-विधायक कमलनाथ के पास विकास कार्यों के लिए जाते थे तो वे कहते थे कि पैसा नहीं है, खजाना खाली है। मैं कहता हूं कि क्या हम औरंगजेब थे, जो हमने खजाना खाली कर दिया है। क्या मुख्यमंत्री को पैसों के लिए रोना चाहिए? मुख्यमंत्री तो वह होता है जो विपरीत परिस्थितियों में भी जनता की भलाई के लिए काम करे, लेकिन कमलनाथ ने तो जनता के साथ छलावा किया है, छल-कपट किया है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने प्रदेश की जनता के लिए कुछ भला तो नहीं किया, बल्कि भाजपा सरकार में शुरू की गई योजनाओं को ही बंद कर दिया। इन्होंने तो प्रदेश की गरीब जनता, किसानों माताओं-बहनों, बेटियों बुजुर्गों, भांजे-भांजियों को सताने के अलावा कुछ नहीं किया।
कमलनाथ कोई उद्योग नहीं लाए, ट्रांसफर उद्योग जमकर चलाया: सिंधिया
सभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 15 साल बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई थी। उम्मीद थी कि ये महासेठ, अंतरराष्ट्रीय स्तर के उद्योगपति प्रदेश में उद्योग लाएंगे और बेरोजगार युवाओं को रोजगार देंगे, लेकिन इन महासेठ ने कोई उद्योग तो नहीं लगाया, मगर कांग्रेस के नेताओं को जरूर रोजगार दे दिया। कमलनाथ ने 15 माह तक प्रदेश में जमकर ट्रांसफर उद्योग चलाया। वल्लभ भवन में बैठकर दलाली करते रहे। उनके पास प्रदेश की जनता के पास जाने का समय नहीं था। प्रदेश में ओलावृष्टि हुई, गांव-गांव में पानी घुस गया, लेकिन कमलनाथ एक भी किसान के पास नहीं गए, वल्लभ भवन में बैठकर नोट गिनते रहे। उस समय उन्होंने सिर्फ नोट की चिंता की और अब वोट की चिंता कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मंच पर उपस्थित हम सभी लोग यहीं जन्मे हैं, लेकिन कमलनाथ का जन्म कहां पर हुआ है? एक परदेश बाबू यहां आए, कुर्सी पर बैठे, भ्रष्टाचार किया और अब तीन तारीख के बाद चले जाएंगे। एक हमारे मुख्यमंत्री शिवराज जी हैं, जो तीन-तीन घंटे तक हर मंत्री की बात सुनते हैं। दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं, जो अपनी कैबिनेट की साथी महिला को आयटम कहते हैं। कमलनाथ ने आपके घर की बेटी, बहू इमरती देवी का अपमान किया है और इस अपमान को तीन तारीख को याद रखना है। यह चुनाव इमरती देवी का चुनाव नहीं है, बल्कि यह शिवराज जी, नरोत्तम जी और ज्योतिरादित्य सिंधिया का चुनाव है। इसलिए आने वाली तीन तारीख को प्रदेश के विकास को संकल्पित मेरी और शिवराज जी की जोड़ी को आशीर्वाद प्रदान करें, शिव-ज्योति एक्सप्रेस को आशीर्वाद दें।