इंदौर। वन विभाग की कछुआ चाल के चलते नए साल में मिलने वाली नई सौगातों के लिए अभी पर्यटकों को और इंतजार करना होगा। रालामंडल अभयारण्य में पर्यावरणप्रेमी पर्यटकों के लिए तितली पार्क, टेलिस्कोप और जीवाश्म पार्क शुरू किए जाने हैं, मगर वन विभाग की सुस्ती के चलते रालामंडल आने वालों के लिए अभी तो दिल्ली दूर है वाली कहावत सौ फीसदी सच साबित हो रही है।
इंदौर वन विभाग यह बताने को तैयार नहीं है कि कई महीनों से अटके पड़े तितली पार्क, टेलिस्कोप स्टेशन और जीवाश्म पार्क के प्रोजेक्ट पूरा करने में कितना समय और लगेगा। जब भी इन तीनों प्रोजेक्ट के बारे में बात की जाती है तो वन विभाग के अधिकारी सटीक समय बताने से कतराते नजर आते हैं या टालमटोल करते रहते हैं।
टेलिस्कोप प्लेटफार्म स्टेशन
रालामंडल अभयारण्य को एक टेलिस्कोप दान में मिला है, जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपए है। इससे आकाश में होने वाली खगोलीय घटनाओं सहित तारे-नक्षत्र देखे जा सकते हैं। इस हाईटेक टेलिस्कोप के लिए रालामंडल पहाड़ी के नीचे डियर (हिरण) पार्क के पास प्लेटफार्म स्टेशन बनना है। इसके लिए विशेषज्ञ, यानी टेलिस्कोप सेटिंग एक्सपर्ट की जरूरत है। यह काम सिर्फ एक दिन में पूरा हो सकता है, मगर यह प्रोजेक्ट महीनों से अटका पड़ा है।
तितली पार्क प्रोजेक्ट
रालामंडल में तितली पार्क लगभग डेढ़ एकड़ में बनाया जा रहा है। यह इस नए साल में पर्यटकों के लिए शुरू होना था। इसमें तितलियों को आकर्षित करने वाले उनके मनपसंद लगभग 2000 हजार पौधे लगना हैं, मगर अभी तक लगभग 750 पौधे ही लग पाए हैं।
जीवाश्म संग्रहालय भी अधूरा
रालामंडल के जीवाश्म संग्रहालय में सैकड़ों साल पुराने जीव-जंतुओं के जीवाश्म (अवशेष) सहित डायनासोर के अंडे रखे हुए हैं। इसके अलावा वन्य प्राणियों से संबंधित कई जानकारियां मौजूद हैं। इस संग्रहालय का कई महीनों से जीर्णोद्धार और विस्तार किया जा रहा है, मगर अभी तक अधूरा ही है।
यह बोले डीएफओ इंदौर
इस सारे मामले में डीएफओ इंदौर महेंद्रसिंह सोलंकी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि टेलिस्कोप प्लेटफार्म स्टेशन शुरू करने के लिए उज्जैन की वेधशाला वैज्ञानिकों की सहायता ली जा रही है। कल ही हम उज्जैन जाकर उन्हें आने का आमंत्रण देकर आए हैं। उनके आते ही उनके द्वारा दिए गए वैज्ञानिक निर्देशन में काम शुरू कर देंगे। तितली पार्क के लिए नेक्टर और होस्ट प्रजाति के पौधे लगाए जा रहे हैं। अभी तितलियों का मौसम नहीं है। तितलियों का मौसम शुरू होते ही इस साल तितली पार्क शुरू कर दिया जाएगा। जीवश्म संग्रहालय प्रोजेक्ट का लगभग 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस माह के अंत तक यह पूरा हो जाएगा।
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