एक साथ सभी जिलाध्यक्ष घोषित करने के चक्कर में दूसरे जिलों के नेता नाराज
इंदौर। कल आते-आते एक बार फिर भाजपा (BJP) के जिलाध्यक्षों (district president) की सूची लटक गई। सूची के शाम 5 बजे आने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन देर पर देर होती रही। बाद में रात में मालूम चला कि इंदौर (Indore) , भोपाल (Bhopal) और जबलपुर (Jabalpur) के मामले में पेंच फंस गया है, जिसको लेकर वीडी शर्मा और अन्य पदाधिकारियों ने क्षेत्रीय नेताओं से भी बात की, लेकिन बात नहीं बन पाई और सूची घोषित नहीं की जा सकी। अब एक बार फिर आज सूची जारी होना बताया जा रहा है।
इंदौर में टीनू और अंतरदयाल के नाम की चर्चा
जैसे ही मालूम पड़ा कि आज भाजपा जिलाध्यक्षों की सूची घोषित करने वाली है, वैसे ही नेताओं के फोन घनघनाने लगे। इंदौर शहर में अध्यक्ष के रूप में टीनू जैन तो ग्रामीण अध्यक्ष के रूप में अंतरदयाल का नाम चलने लगा। किसी-किसी ने तो सोशल मीडिया पर दोनों को बधाई तक दे डाली। वैसे टीनू का नाम सबसे पहले है और दूसरे नंबर पर सुमित मिश्रा का नाम है। दोनों ही नाम मंत्री विजयवर्गीय की पसंद के हैं, जबकि टीनू का नाम ऊपर से भी आया है। अंतरदयाल के मामले में मंत्री तुलसी सिलावट ने एकतरफा दांव लगाया है। चिंटू वर्मा को रोकने के लिए उनके साथ विधायक उषा ठाकुर और मनोज पटेल भी लामबंद हो गए।
गौरव नहीं दिखे मुख्यमंत्री के साथ
कल पहली बार ऐसा हुआ, जब शहर में रहने के बावजूद गौरव रणदिवे मुख्यमंत्री के साथ नजर नहीं आए। मुख्यमंत्री एक कार्यक्रम के सिलसिले में इंदौर आए थे। प्रोटोकॉल में नगर अध्यक्ष भी मुख्यमंत्री के साथ रहते हैं, लेकिन यह पहला ही मौका था, जब गौरव नजर नहीं आए। वैसे भी संगठन ने स्पष्ट कर दिया कि दो कार्यकाल या पांच साल से ज्यादा समय अध्यक्ष रहने वालों को अब फिर से अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। गौरव ने शायद कल से अपने आपको निवृत्तमान मान लिया।
चिंटू पहुंच गए मंत्री विजयवर्गीय के साथ खरगोन
जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा भी कल मुख्यमंत्री के साथ नजर नहीं आए। वे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ खरगोन पहुंच गए। उन्होंने वहां नर्मदा पूजन किया और दादा गुरु के दर्शन किए। मंत्री तुलसी सिलावट जरूर मुख्यमंत्री के साथ रहे।
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