इंदौर। मेट्रो ट्रेन के व्यवसायिक संचालन की तैयारी की जा रही है और पिछले दिनों दिल्ली से आई टीम ने रोलिंग स्टॉक की सुरक्षा व्यवस्था का परीक्षण भी किया। अब अन्य टीम भी इसी तरह पहुंचेगी। हालांकि व्यवसायिक संचालन कब से शुरू होगा इसकी कोई तारीख मध्यप्रदेश मेट्रो कॉर्पोरेशन द्वारा तय नहीं की गई है। मगर अभी सुपर कॉरिडोर-2 से रेडिसन चौराहा तक बनने वाले 11 स्टेशनों के अलावा गांधी नगर डिपो पर चल रहे निर्माण कार्य में तेजी लाई गई है।
अभी साढ़े 5 किलोमीटर का जो प्रायोरिटी कॉरिडोर है, जिसमें ट्रायल रन लिया गया था, उसी पर व्यवसायिक संचालन शुरू करने की तैयारी की जा रही है। गांधी नगर से लेकर सुपर कॉरिडोर-2 तक इस कॉरिडोर के स्टेशन तो तैयार हो गए हैं और सारी व्यवस्थाएं भी लगभग पूर्ण है। बस सुरक्षा मापदण्डों के प्रमाण-पत्र मिलने के बाद यात्रियों का आवागमन शुरू किया जा सकेगा। इसके साथ ही अभी जो गांधी नगर से लेकर एमआर-10, सुपर कॉरिडोर, विजय नगर, रेडिसन से रोबोट चौराहा तक साढ़े 17 किलोमीटर का एलिवेटेड ट्रैक तैयार किया जा रहा है उसके अगले चरण में अब सुपर कॉरिडोर से रेडिसन चौराहा तक के 11 स्टेशनों और डिपो पर चल रहे निर्माण कार्यों को तय समय सीमा में पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
जिसके चलते लगभग हर हफ्ते ही मेट्रो के एमडी एस. कृष्ण चैतन्य चल रहे कार्यों का अवलोकन करने के साथ अधिकारियों-इंजीनियरों के साथ समीक्षा भी करते हैं। कुमेर्डी में जो प्राधिकरण ने बस टर्मिनल बनाया है उसे भी मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा, जिसके लिए अभी फुट ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, उसकी भी जानकारी प्रबंध संचालक द्वारा ली गई। इस फुट ओवरब्रिज के जरिए ही बस स्टैंड के यात्रियों का आवागमन मेट्रो स्टेशन तक आसानी से हो सकेगा। मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड को आपस में ये फुट ओवरब्रिज ही जोड़ेगा
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