कानपुर। सपा नेताओं ने हिंसा भड़काने की साजिश करीब एक महीने पहले रची थी। इसके पहले वह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भी इसी तरह से घटना को अंजाम देकर बवाल कराने के फिराक में थे लेकिन तब वह नाकाम रहे थे।
इस बार साजिशन नाटकीय घटनाक्रम तो कर लिया लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके। करीब एक महीने पहले तय हो गया था कि 28 दिसंबर को प्रधानमंत्री का कानपुर दौरा होगा। मेट्रो के उद्घाटन व निराला नगर रेलवे ग्राउंड पर कार्यक्रम भी प्रस्तावित था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि जब प्रधानमंत्री का दौरा कानपुर के लिए प्रस्तावित हुआ था तब से ये सभी मिलकर इस तरह की घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। मकसद था कि बवाल हो जाए। जिससे भाजपा की छवि प्रभावित हो।
सीएम का कार्यक्रम भी निशाने पर था
मुख्यमंत्री पिछले एक महीने में दो बार कानपुर आकर कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। उस समय भी उनके आगमन का विरोध प्रदर्शन हुआ था। पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि वह कार्यक्रम भी आरोपियों की निशाने पर था।
उस दौरान भी वह इस तरह की हरकत कर बवाल कराने के लिए लोगों को उकसाने के प्रयास में थे। मगर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त होने की वजह से ऐसा कुछ नहीं कर सके। मगर इस बार वह कार्यक्रम स्थल से करीब दो किमी दूर जाकर नाटकीय घटना की और वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
इसलिए बेहद गंभीर है मामला
मामले का शासन ने भी संज्ञान लिया है। लगातार निगरानी जारी है। पुलिस का कहना है कि जिस तरह से घटना को अंजाम देकर हिंसा भड़काने का प्रयास किया गया उससे बड़ी वारदात हो सकती थी। गनीमत रही कि दूसरे पक्ष से इस पर प्रतिक्रिया नहीं की गई। समय रहते पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर खुलासा कर दिया।
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