200 मतदान केन्द्रों पर रहेगी विशेष नजर
इन्दौर। लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी क्षेत्र में मतदाताओं को घर से निकालना बड़ा टास्क रहा है, जिसके लिए अब एक हजार युवा स्वयंसेवक बन मतदान का प्रतिशत बढ़ाने की पहल करेंगे। ऐसे 200 मतदान केन्द्र, जहां अब तक मतदान 50 प्रतिशत से कम दर्ज हुआ है, उन पर विशेष निगाह रहेगी। relpost]
शहरी क्षेत्र में मतदाताओं की उदासीनता को देखते हुए युवा वालेंटियर अपनी कमर कस रहे हैं। न केवल युवाओं को मतदान केन्द्रों तक लाने की पहल की जाएगी, बल्कि बूथ लेवल अधिकारियों के साथ मिलकर घर-घर जागरूकता भी फैलाई जाएगी। कलेक्टर के निर्देश पर कम मतदान वाले केन्द्रों पर वालेंटियर की तैनाती की जानी है, जिसकी जिम्मेदारी स्मार्ट सिटी सीईओ दिव्यांग सिंह को दी गई है। उनके अनुसार कॉलेज और कोचिंग संस्थानों में पढऩे वाले छात्रों को जनजागरूकता फैलाने के लिए वालेंटियर बनाने की तैयारी की गई है। उन्होंने कॉलेजों और कोचिंग सेंटरों से संपर्क कर एक हजार स्वयंसेवकों की टीम तैयार कर ली है।
200 मतदान केन्द्र जहां गिरता है प्रतिशत
शहरी इलाकों में ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक करना अधिकारियों के लिए बड़ा टास्क रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के रहवासी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए केन्द्रों तक आसानी से पहुंच जाते हैं, वहीं अपने साथियों और परिवार वालों को भी मतदान के लिए प्रोत्साहित करते हैं। ज्ञात हो कि पिछले लोकसभा चुनाव में युवाओं की संख्या मतदान में कम रही थी। अब ये वालेंटियर घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करेंगे।
देंगे ट्रेनिंग
स्वयंसेवकों को मतदाताओं से संपर्क करने उन्हें वोट का महत्व समझाने और मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सीईओ सिंह के अनुसार स्वीप गतिविधि के तहत ये योजना तैयार की गई है। इसके अंतर्गत मैराथन कार और बाइक रैली, सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर कार्यशालाएं, मशाल रैली, आवासीय संघों, उद्योग संगठनों और महिलाओं संगठनों के साथ बैठकों के साथ हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जाएगा।
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