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    सरकारी कामकाज हिंदी कैलेण्डर से होता तो इस साल कर्मियों को मिलता तेरह महीने का वेतन

  • September 19, 2020

    भोपाल। अंग्रेजी कैलेन्डर के चलन के बाद वर्तमान युवा पीढ़ी से अगर हिन्दी महीनों के नाम पूछे जाएं तो वे ठीक से नहीं बता पाएंगे, जबकि हमारे अधिकांश पर्व-त्यौहार हिन्दी माह पर ही आधारित होते हैं। अगर देश में सरकारी कामकाज हिन्दी कैलेण्डर के आधार पर होता तो सभी शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों को इस साल तेरह महीने का वेतन मिलता, क्योंकि हिन्दी कैलेण्डर के अनुसार, यह साल तेरह महीनों का है। अभी अश्विन मास में अधिकमास चल रहा है, जो कि शुक्रवार से ही शुरू हुआ है। वर्तमान में चल रहे अश्विन अधिकमास को समझाने के लिए भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने हिन्दी और अंग्रेजी कैलेन्डर की गणना का विज्ञान बताया।

    उन्होंने शनिवार को हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में बताया कि हिन्दू पंचाग में साल में 12 महीने होते हैं। इसका आधार चंद्रमा होता है। यह लगभग 354 दिन का होता है। वहीं, अंग्रेजी कैलेन्डर में भी 12 माह होते हैं, लेकिन उनका आधार सूर्य होता है और यह लगभग 365 दिन और 6 घंटे का होता है। इस तरह हर साल हिन्दू और अंग्रेजी वर्षों के बीच करीब 11 दिन का फासला रह जाता है। यह अंतर तीन साल में एक महीने के बराबर हो जाता है। इस अंतर को पाटने के लिये हर तीन साल में एक चंद्र महीना अतिरिक्त बढ़ा दिया जाता है। इसे ही अधिकमास कहा जाता है।

    सारिका ने बताया कि किस महीने को अधिकमास का दर्जा दिया जाए, इसके लिये यह देखा जाता है कि जब अमावस्या से पूर्णिमा तथा फिर पूर्णिमा से अमावस्या आने तक अगर सक्रांति नहीं आती है तो वह महीना ही अधिकमास कहलाता है।

    अश्विन मास को ही अधिकमास क्यों तय किया गया-

    सारिका ने बताया कि इस साल 16 सितम्बर को कन्या संक्रांति आई। इसके बाद अब 17 अक्टूबर को तुला सक्रांति आयेगी। इस अवधि में 17 सितम्बर से 16 अक्टूबर के बीच अमावस्या और पूर्णिमा दोनों आ रहे हैं, इसलिए यह अवधि अश्विन महीने को अधिकमास के रूप में मनाया जा रहा है। अगर सरकारी तंत्र हिन्दी माह पर आधारित होकर कार्य करता तो अधिकमास के कारण इस साल 12 नहीं, बल्कि 13 महीने का वेतन मिलता।

    क्या होती है संक्रांति –

    सारिका ने जानकारी दी कि पृथ्वी के चारों ओर के आकाश को बारह राशि तारामंडल में बांटा गया है। पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा 12 अंग्रेजी माह में करती है। हर माह की एक खास दिनांक को सूर्य के पीछे दिखने वाला राशि तारामंडल बदल जाता है। इसे ही संक्रांति कहते हैं। यह आम तौर पर महीने की 14 से 17 तारीख के बीच होता है।

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