डेस्क। अहमदाबाद की दवा कंपनी Zydus Cadila अपनी कोरोना वायरस वैक्सीन ZyCov-D का अतिरिक्त डाटा ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को आज सौंपेगी. इससे पहले दवा नियामक DCGI ने कंपनी को सुरक्षा को लेकर ज्यादा डाटा सौंपने के लिए कहा था. ZyCov-D मानव इस्तेमाल के लिए दुनिया का पहली प्लाज्मिड डीएनए वैक्सीन बनने के लिए तैयार है.
DCGI की समिति SEC वैक्सीन के अतिरिक्त डाटा की जांच करेगी और अगर वह इस डाटा से संतुष्ट होती है तो अगस्त में वैक्सीन को डीसीजीआई मंजूरी दे सकता है. इससे पहले जायडस कैडिला ने कहा था कि वे मंजूरी मिलने के दो महीने के भीतर वो वैक्सीन को लॉन्च कर सकती है. फार्मास्युटिकल फर्म ने 1 जुलाई को तीन-डोज वाली डीएनए वैक्सीन के इमरजेंसी यूज के लिए प्रधिकरण के पास आवेदन दिया था.
जायडस ने किया था ये दावा
जायडस ने दावा किया था कि कोरोना के खिलाफ सिम्पोटोमैटिक मामलों में वैक्सीन 66.6 फीसदी तक प्रभाविकता रखती है. वहीं मॉडरेट कोरोना मामलों में इसकी प्रभावशीलता 100 फीसदी तक है. जायडस ने ये भी कहा था कि वैक्सीन 12 से 18 साल तक की उम्र के बीच के बच्चों के लिए सुरक्षित है. हालांकि अभी तक इसके ट्रायल डाटा का रिव्यू नहीं किया गया है.
देश की दूसरी स्वदेशी वैक्सीन
अगर वैक्सीन को मंजूरी मिलती है तो ये दूसरी स्वदेशी और पांचवी आपातकालीन मंजूरी पाने वाली वैक्सीन होगी. ZyCov-D बायोटेक्नोलॉजी विभाग और आईसीएमआर के सहयोग से विकसित की गई है. इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच स्टोर किया जा सकता है. वहीं अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक होने पर भी तीन महीने वैक्सीन स्टोर की जा सकती है.
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