आइजोल । मिजोरम विधानसभा चुनाव में (In Mizoram Assembly Elections) झेड़पीएम (ZPM) ने 27सीटें जीतकर (By Winning 27 Seats) स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर लिया (Got Clear Majority) । आईपीएस अधिकारी से नेता बने लालडुहोमा के नेतृत्व वाले ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (झेड़पीएम ) के सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को हराने के बाद पहली बार मिजोरम में अगली सरकार बनाने के लिए तैयार है। उधर मिजोरम की राजधानी आइजोल में मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने राजभवन में राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया ।
मिज़ोरम विधानसभा चुनाव 2023 में झेड़पीएम ने स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर लिया है। झेड़पीएम ने 27 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। एमएनएफ ने 10 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि भाजपा ने 2 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। कांग्रेस-1 सीट पर जीत दर्ज की है। आइजोल में एक जेडपीएम नेता ने कहा कि लालडुहोमा सेरछिप से राजधानी शहर जा रहे हैं और फिर वह नई सरकार के गठन पर निर्णय लेने के लिए निर्वाचित विधायकों और पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को राज्य भर के 13 केंद्रों पर वोटों की गिनती हुई, परिणामों से पता चला है कि विपक्षी कांग्रेस ने केवल एक सीट पर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा ने दो सीटें जीत ली हैं । जेडपीएम के अध्यक्ष और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालडुहोमा ने बहुकोणीय मुकाबले में अपने निकटतम एमएनएफ प्रतिद्वंद्वी जे. माल्सावमजुआला वानचावंग को 2,983 मतों के अंतर से हराकर अपनी सेरछिप सीट बरकरार रखी, जबकि पार्टी के अधिकांश प्रमुख उम्मीदवार अपनी-अपनी सीटों पर विजयी रहे ।
आईपीएस अधिकारी से नेता बने लालडुहोमा, जिन्होंने 8,314 वोट हासिल किए, लगातार दूसरी बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। जेडपीएम के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालडुहोमा ने अपनी सीट जीतने के बाद मीडिया को बताया कि वह मंगलवार या बुधवार को राज्य के राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और शपथ ग्रहण समारोह इसी महीने आयोजित किया जाएगा।
एमएनएफ उम्मीदवार और मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा आइजोल ईस्ट-1 सीट पर जेडपीएम उम्मीदवार लालथनसांगा से 2101 वोटों के अंतर से हार गए । उपमुख्यमंत्री और एमएनएफ उम्मीदवार तावंलुइया भी तुइचांग सीट पर जेडपीएम के डब्लू चुआनावमा से 909 वोटों के अंतर से हार गए । एमएनएफ के कई अन्य मंत्री भी अपनी-अपनी सीटों पर हार गए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लालसावता अपनी आइजोल पश्चिम-तीन सीट जेडपीएम उम्मीदवार वी.एल.ज़ैथनज़ामा से 4,582 वोटों के अंतर हार गए।
2018 के चुनावों में, एमएनएफ को 40 सदस्यीय विधानसभा में से 26 सीटें मिलीं, जबकि जेडपीएम को आठ सीटें मिलीं। कांग्रेस को पांच सीटें मिली थीं और बीजेपी एक सीट जीतने में कामयाब रही थी। मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए 7 नवंबर को हुए वोटों की गिनती राज्य के सभी 11 जिलों में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 8 बजे शुरू हुई। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच. लियानजेला ने कहा कि शुरुआत में डाक मतपत्रों की गिनती की गई और फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के माध्यम से डाले गए वोटों की गिनती की गई। मतगणना प्रक्रिया में महिलाओं सहित 4,000 से अधिक अधिकारी लगे हुए थे। अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, इन अधिकारियों को 11 जिलों के 13 केंद्रों के तहत 40 मतगणना हॉलों में तैनात किया गया है।
पुलिस महानिदेशक अनिल शुक्ला ने कहा कि मतगणना प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य भर में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और मिजोरम सशस्त्र पुलिस की पर्याप्त टुकड़ियों को तैनात किया गया है। 8.57 लाख मतदाताओं में से 80 प्रतिशत से अधिक ने 16 महिलाओं सहित 174 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), मुख्य विपक्षी ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस ने सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा था। भाजपा ने भाषाई अल्पसंख्यक आबादी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए 23 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, खासकर जहां मतदाता सूची में रियांग और चकमा आदिवासी समुदाय अच्छी संख्या में हैं। उनके अलावा 27 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे।
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