इंदौर। एक ओर जहां बढ़े बिजली बिलों (Electricity Bill) के कारण लोग परेशान हैं, वहीं चौंकाने वाली बात यह है कि मालवा-निमाड़ (मालवा-निमाड़) में एक लाख ऐसे उपभोक्ता (Consumer) हैं, जिनके यहां बिजली का बिल जीरो यूनिट (Zero Unit) का जा रहा है। अब ऐसे परिसरों का भौतिक सत्यापन (Physical Verification) करने बिजलीकर्मी पहुंचेंगे। साथ ही बिजली बिल समय पर जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के साथ सख्ती के लिए बिजली कंपनी अगले दो सप्ताह तक अभियान चलाएगी। गैर घरेलू और बकायादार किसानों के यहां भी वसूली अभियान चलाया जाएगा।
नवंबर महीने में बिजली कंपनी को तकरीबन 10 फीसदी राजस्व काम मिला था, जिसकी भरपाई दिसंबर माह में की जाएगी। एमडी अमित तोमर ने बैठक में वसूली के टारगेट पूरे करने के साथ ही कहा कि आरडीएसएस के तहत नए ट्रांसफार्मर, कैपेसीटर बैंक, ग्रिड आदि के कार्य समय पर हों। इसके लिए संबंधित कार्यपालन यंत्री दैनिक एवं अधीक्षण यंत्री तीन दिन में समीक्षा करें। सप्ताह में एक बार साइट पर पहुंचकर प्रगति का भौतिक सत्यापन भी करें। इससे गुणवत्ता, नियमपालन, पारदर्शिता, प्रक्रियानुसार कार्य प्रगति का परिणाम सामने आएगा। तोमर ने कहा कि आरडीएसएस में सभी मटेरियल टेस्टिंग के उपरांत ही उपयोग में लाए जाएं, इसकी शत प्रतिशत सुनिश्चितता की जाए।
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