कडप्पा । आंध्र प्रदेश कांग्रेस प्रमुख (Andhra Pradesh Congress Chief) वाई.एस. शर्मिला रेड्डी (YS Sharmila Reddy) ने कहा कि वह अपने भाई और मुख्यमंत्री वाई.एस.जगन मोहन रेड्डी (Her Brother and Chief Minister YS Jagan Mohan Reddy) की मानसिक स्थिति को लेकर (About the Mental Health) चिंतित हैं (Is Worried) ।
तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के एन. चंद्रबाबू नायडू के निर्देश पर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के आरोप के लिए जगन मोहन रेड्डी की आलोचना करते हुए उन्होंने जानना चाहा कि वह हर चीज में नायडू को क्यों देखते हैं? शर्मिला ने मीडियाकर्मियों को बताया कि वह जगन मोहन रेड्डी को उपहार के रूप में एक दर्पण भेज रही हैं। उन्होंने दर्पण दिखाते हुए पूछा। आप दर्पण में किसे ढूंढते हैं? क्या आप स्वयं हैं या चंद्रबाबू नायडू?” जगन रेड्डी के इस आरोप पर कि चंद्रबाबू नायडू उन्हें नियंत्रित कर रहे हैं, शर्मिला ने उन्हें इसका सबूत दिखाने की चुनौती दी।
शर्मिला ने जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस में रहते हुए अपने द्वारा किए गए अभियानों का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या मैंने उनके निर्देश पर 3200 किमी की पदयात्रा की। क्या मैं उनके निर्देश पर समैक्यंध्र के लिए चला था? क्या मैंने उनके निर्देश पर तेलंगाना में ओडारपु यात्रा की? क्या मैंने उनके आदेश पर बाय-बाय बाबू अभियान चलाया था।’ उन्होंने पूछा कि वह सुनीता के खिलाफ आरोप कैसे लगा सकता है, जो अपने मारे गए पिता और उनके चाचा वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी. के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रही है।
जब विवेकानंद रेड्डी की हत्या हुई थी, तब जगन ने तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की संलिप्तता का आरोप लगाया था और सीबीआई जांच की मांग की थी, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद जगन ने कहा कि सीबीआई जांच की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने जगन से यह भी स्पष्ट करने को कहा कि उन्होंने वाई.एस. अविनाश रेड्डी को क्यों मैदान में उतारा। वह एक बार फिर कडप्पा लोकसभा क्षेत्र से वाईएसआर कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि सीबीआई ने उन्हें हत्या के मामले में आरोपी के रूप में नामित किया था।
कडप्पा से चुनाव लड़ रहीं शर्मिला ने अपना आरोप दोहराया कि अविनाश रेड्डी के नाम के साथ उनके पिता और दिवंगत मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी (वाईएसआर) का नाम जोड़ने के पीछे जगन थे, जबकि सीबीआई ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। शर्मिला ने दावा किया कि यह जगन ही थे, जिन्होंने वाईएसआर का नाम जोड़ने के लिए पोन्नवोलु सुधाकर रेड्डी द्वारा अदालत में याचिका दायर की और बाद में उन्हें अतिरिक्त महाधिवक्ता के पद से पुरस्कृत किया।
उन्होंने जगन के इस आरोप से इनकार किया कि कांग्रेस ने मामले में वाईएसआर का नाम जोड़ा था और आरोप लगाया कि उन्होंने ही खुद को बचाने के लिए वाईएसआर का नाम जोड़ा था। शर्मिला ने यह भी दावा किया कि जगन के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह दिन बाद सुधाकर रेड्डी को इस पद पर नियुक्त किया गया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved