इंदौर। व्यापमं घोटाले के बाद सरकारी परीक्षाओं को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही है। मेहनत करने के बावजूद पात्रों का चयन नहीं किया जाता है, बल्कि अपात्रों और सेटिंगबाजों की तूती बोलती है। जेल प्रहरी, जेल उपनिरीक्षक और वनरक्षक जैसी परीक्षाओं के परिणाम में भी धांधली सामने आई है, जिसे लेकर कल युवा वर्ग के विद्यार्थियों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। नारेबाजी करते हुए युवाओं ने जल्द से जल्द जांच करने की मांग की। 13 दिसंबर 2024 को जेल प्रहरी, जेल उपनिरीक्षक एवं वनरक्षक परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए हैं। एक ही सेंटर से दो-दो छात्रों के टॉप करने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों ने 100 नंबर की परीक्षा में 101 अंक दिए जाने को लेकर हंगामा खड़ा किया। ज्ञापन सौंपते हुए युवाओं ने कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 100 नंबर के पेपर में से 101.66 अंक राजा भैया प्रजापति ने अर्जित किए हैं।
आश्चर्यजनक है कि प्रथम 2 टॉपर एक ही जगह सतना जिले से हैं, जो संदेह पैदा करता है। वहीं 4 विद्यार्थी ग्वालियर से और 4 विद्यार्थी भोपाल के सेंटर से टॉप कैसे कर सकते हैं। अन्य संस्थानों के विद्यार्थियों ने भी पूरी मेहनत की है। इस तरह की धांधली छात्रों के मनोबल को गिरा रही है। इसलिए मामले को अपने संज्ञान में लेकर तुरंत टॉपरों के सेंटर की जांच कर वैधानिक कार्रवाई करें। छात्रों ने महाआंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी मांगें नहीं मानी जाती हैं और वैधानिक कार्रवाई नहीं की जाती है तो पूरे मध्यप्रदेश का युवा सडक़ों पर उतरेगा और महाआंदोलन करेगा। इसका जिम्मेदार मध्यप्रदेश का शासन-प्रशासन होगा। अधिकारियों ने समझाइश देकर छात्रों को रवाना किया और उनकी मांगों को भोपाल शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
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