सीतापुर। सीतापुर के मेजर ध्यान चंद्र स्टेडियम में आयोजित ‘सत्ता का संग्राम’ कार्यक्रम में युवाओं ने खुलकर अपनी बात रखी। इस कार्यक्रम में रोजगार, शिक्षा, खेल और विकास समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। कई युवाओं ने वर्तमान सरकार पर सवालिया निशान उठाए तो वहीं कुछ ने कहा कि सीतापुर पहले से बेहतर हुआ है। पढ़िए युवाओं ने और क्या कहा?
विकास कार्यों पर क्या बोले युवा?
विकास के कार्यों पर यहां के युवाओं ने कहा कि सीतापुर में विकास तो हुआ है। ताइक्वांडो खिलाड़ी स्वर्णिम शुक्ला ने कहा कि पहले हमलोंगो को इतनी सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन इस सरकार में खिलाड़ियों को सुविधाएं मिलती हैं। हॉकी और ताइक्वांडो के कोच भी हैं। हमलोंगो को अच्छे इक्विपमेंट्स मिलते हैं। सरकार खेल और खिलाड़ियों पर बहुत ध्यान दे रही है।
वहीं, एनसीसी के छात्र उदयवीर सिंह ने कहा कि यहां हमलोगों के लिए अच्छी सुविधाएं हैं। उधर, विवेक सिंह (हॉकी कोच) ने वर्तमान सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि यहां कोच की नियुक्तियां हो रही हैं लेकिन इसकी तादात बढ़नी चाहिए। सरकार सबकुछ की व्यवस्था करा रही है। वहीं, फुटबॉल खिलाड़ी सुमित यादव ने कहा कि यहां से सर्वाइव करना करना मुश्किल हो जाता है। यहां से लखनऊ। फिर वहां राजनीति शुरू हो जाती है…फिर सब बेकार हो जाता है।
युवाओं ने रोजगार और शिक्षा पर उठाए सवाल
वहीं, युवाओं ने रोजगार और शिक्षा को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाए। दीक्षित नाम के एक युवक ने कहा कि वर्तमान सरकार में प्रशासन की व्यवस्था ठीक है लेकिन रोजगार की समस्या है। वहीं, रामगोपाल ने कहा कि यहां उद्योग है ही नहीं जो युवाओं को रोजगार मिल सके। सीतापुर में रोजगार के अन्य साधन नहीं हैं। सरकार से यही मांग है कि यहां उद्योग लगाएं जिससे कि युवाओं को कम से कम रोजगार मिल सके।
वहीं, अमन प्रजापति वर्तमान सरकार से नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि इस सरकार में रोजगार में मिलना असंभव है। वर्तमान की सरकार रोजगार छिन सकती है,देने की बात तो छोड़ ही दीजिए। भाजपा सरकार ने युवाओं की उम्मीदों का खंडन करने का काम किया है। वहीं, प्रभात अग्निहोत्री ने कहा कि कमियां तो हर पार्टी में होती है। 100 फीसदी कोई सही नहीं होता। इस सरकार की सबसे अच्छी बात यह है कि सबकी बात सुनी जाती है।
शिवम अवस्थी ने कहा कि सरकारी नौकरियों के लिए जो वैकेंसी आती है, उसकी परीक्षा समय पर हो और उसके नतीजे समय पर आए, इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी की परीक्षा के अभी तक नतीजे नहीं आए हैं। बीडीओ की परीक्षा हुई, उसके नतीजे भी आ गए लेकिन बाद में फिर इसे रद्द कर दिया गया। ऐसे में छात्रों के करियर पर बुरा असर पड़ता है। लेट लतीफ के चक्कर में कई बार प्रतियोगी परीक्षार्थियों की उम्र निकल गई होती है। इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। वहीं, अंकुर अवस्थी ने कहा कि सीतापुर में भी ‘अभ्युदय’ होना चाहिए। इसके लिए छात्रों को लखनऊं जाना पड़ता है। वहीं, युवाओं ने जातिआधारित आरक्षण को लेकर भी खुलकर बात की।
स्थानीय नेता से खुश नहीं दिखे युवा
मनीष पाल ने प्रदेश में जो वर्तमान की सरकार है वो बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में सरकार अच्छा काम कर रही है लेकिन जिले में मुझे विकास नहीं दिख रहा है। उन्होंने आगे कहा कि कोच की वैकेंसी 16 साल से नहीं निकली है। वहीं, एक युवा ने कहा कि यहां की सड़कें तो बिल्कुल खराब है। युवाओं ने कहा कि हम विकास के मुद्दे को ध्यान में रखकर वोट करेंगे।
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