भोपाल। दो हजार रुपए की उधारी नहीं चुका पाने से नाराज युवकों ने एक लड़के को सांई बोर्ड पार्क के पास से बाइक से अगवा कर लिया। उधारी वसूलने उसके तमाम रिश्तेदारों के पास पहुंचे। कहीं से रकम नहीं मिली तो आरोपियों ने फरियादी का मोबाइल फोन छीन लिया। इसके बाद से ही अपहत युवक रहस्यमय हालातों में लापता है। वहीं पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध बता रही है। अपरहण की बात से इनकार कर रही है। वहीं लापता लड़के के संबंध में पुलिस के पास में कोई जानकारी नहीं है। मामले में पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। जानकारी के अनुसार अजय उर्फ अज्जू जरेले (21) निवासी ऐशबाग एमपी नगर में स्थित एक मोबाइल रिपेयरिंग शॉप में काम करता था। उसके भाई दीपक ने बताया कि 12 नंबर सांई बोर्ड पार्क के पास से 19 फरवरी को दो युवकों ने अजय को बाइक से अगवा किया। आरोपी उसे बाइक के बीच में बैठकार ले जाते सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं।
इसके बाद से ही अजय कहां है कैसा इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली है। दीपक का आरोप है कि विजय नाम के युवक से उनके भाई का लेनदेन था। दो हजार रुपए के लेन-देन के कारण विजय साथियों के साथ मिलकर उसे प्रताडि़त करता था। विजय ने साथी ग्रीश के साथ मिलकर उसका अपहरण किया था। दूसरी गाड़ी पर आरोपियों का साथी सुमीत भी मौजूद था। दीपक ने बताया कि आरोपी भाई को लेकर उसके तमाम रिश्तेदारों के पास पहुंचे। सभी से अज्जू ने पैसों की मांग की। पैसा नहीं मिला तो आरोपी उसे लेकर कोहेफिजा में रहने वाली बड़ी बहन के घर पहुंचे। वहां अजय ने बहन से कहा कि दीदी बड़ी परेशानी मेें हूं, दो हजार रुपए दे दो नहीं तो मे मर जाऊंगा। दीदी ने फिलहाल रकम नहीं होने की बात की तो आरोपी उसे बाइक पर बैठाकर ले गए। इसके बाद से उसका कोई सुराग नहीं मिला है।
विजय के पास मिला मोबाइल
मामले की शिकायत हबीबगंज थाने में दर्ज की गई। पुलिस ने संदेही विजय और उसकी निशानदेही पर ग्रीश और सुमीत को हिरासत में लिया। आरोपियों के कब्जे से अजय का मोबाइल मिला है। इसी के साथ युवकों ने पुलिस को एक कागज दिखाया है, जिसमें लिखा है कि मैं अजय दो हजार रुपए की रकम नहीं चुका पा रहा हूं, इस कारण अपनी मर्जी से अपना मोबाइल फोन विजय को दे रहा हूं। उक्त तमाम बातों को एक सादे कागज पर लिखा गया है। पुलिस ने मोबाइल को जब्त कर लिया है। हालांकि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। इधर अपहत के परिजनों का कहना है कि आरोपियों ने रसूखदार नेता से पुलिस को कॉल कराया, जिस कारण पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा नहीं दर्ज किया और पूछताछ के बाद सभी को थाने से छोड़ दिया।
टीआई बोले नहीं हुआ अपहरण
इधर टीआई भान सिंह प्रजापति का कहना है कि बीती नौ फरवरी के बाद से विजय,ग्रीश और सुमीत की मुलाकात अजय से नहीं हुई है। अजय ने स्वेछा से मोबाइल विजय को दिया था। इसकी लिखापढ़ी भी की गई थी। 19 फरवरी की सुबह वह दस नंबर मार्केट पर अपने जीजा से मिला था। जिससे उसने किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया। बाद वह अकेला कोहेफिजा में रहने वाली दीदी के घर पहुंचा, इसके बाद से ही वह लापता है। गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। विजय,ग्रीश और सुमीत से मोबाइल बरामद कर लिया है।
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