उज्जैन। मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम (Madhya Pradesh Assembly Speaker Girish Gautam) रविवार को विक्रम कीर्ति मन्दिर में आयोजित भारतीय युवा संसद के समापन सत्र (Concluding session of Indian Youth Parliament) में शामिल हुए। इस असर पर उन्होंने कहा कि इस देश में सबसे अधिक आबादी युवा वर्ग की है। किसी भी क्षेत्र में क्रान्तिकारी परिवर्तन युवा ही लाते हैं।
उन्होंने कहा कि जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है उसे युवा कहते हैं। धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन में युवा की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। हमारे देश में लोकतंत्र आने के बाद संसद और विधानसभा तथा विधान परिषद बनाये गये। वर्तमान के लोकतंत्र में सबसे अधिक भागीदारी युवाओं की होनी चाहिये।
गौतम ने कहा कि नौजवानों का वर्तमान में राजनीति के प्रति निराशा का भाव है। बीते हुए समय का पश्चाताप, वर्तमान का तनाव और भविष्य का डर हमारे नौजवानों के मन में डाल दिया गया है। नौजवानों को लक्ष्य केन्रिय त बना दिया गया है। इस वजह से कई युवा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। वर्तमान में हमें संवाद के माध्यम से मंथन करने की आवश्यकता है। लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी युवाओं के हाथ में है।
वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग से पूरा विश्व जूझ रहा है। हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिये, ताकि पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा हो सके। वर्तमान में हमारे देश में लागू की गई नई शिक्षा नीति रोजगार से सीधे तौर पर जुड़ी है। उज्जैन में आयोजित किये गये भारतीय युवा संसद कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से विद्यार्थी और युवा आये हैं।
मध्य प्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस के प्रोफेसर डॉ. गोपालकृष्ण शर्मा ने कहा कि संसद और विधानसभा आम जनता की आकांक्षाओं का दर्पण होती है। आगे चलकर युवाओं को ही हमारे देश को आगे ले जाना है, देश को संभालना है। संसद और लोकतंत्र विभिन्न संस्थाओं पर निर्भर करती है। लोकतंत्र को मजबूत करने में संस्थाओं को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। सत्र के अंत में विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने विद्यार्थियों के विधानसभा से सम्बन्धित विभिन्न प्रश्नों के उत्तर भी दिये।
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