नई दिल्ली । कोरोना महामारी और बॉर्डर पर चीन से चुनौतियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश में जादू पहले की तरह ही बरकरार है. इंडिया टुडे और कार्वी इनसाइट्स के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी भी भारत के अगले पीएम के तौर पर पहली पसंद बने हुए हैं.
सर्वे में सबसे चौंकाने वाली बात यह आई है कि सभी दलों की बात करने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित तमाम दूसरे नेताओं से ज्यादा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोग अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं. हालांकि बीजेपी नेताओं की बात करें तो पार्टी के अंदर अगले पीएम के रूप में 30 फीसदी लोग अमित शाह और 21 फीसदी लोग योगी को देखना चाहते हैं.
पीएम मोदी सबकी पसंद
देश के 38 फीसदी लोग अगले प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी को ही चुनना चाहते हैं. इससे जाहिर होता है कि मोदी की लोकप्रियता अभी भी देश में पहले की तरह ही कायम है. पीएम मोदी की तुलना में बीजेपी के दूसरे और विपक्षी दल के अन्य नेता कहीं नहीं ठहरते हैं. इतना ही नहीं मोदी गैर कांग्रेसी पहले प्रधानमंत्री हैं, जो सबसे अधिक समय तक इस कुर्सी पर विराजमान हैं.
वहीं, मोदी के बाद दूसरे नेता के तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पसंद किया है. सर्वे के मुताबिक देश के 10 फीसदी लोग योगी आदित्यनाथ को अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं जबकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को महज 8 फीसदी लोगों ने ही अगले पीएम के तौर पर अपना समर्थन दिया है. इससे जाहिर होता है कि देश में सीएम योगी की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ रही है.
राहुल और सोनिया गांधी पीछे
इस सर्वे में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये रही कि प्रधानमंत्री पद की रेस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी काफी पीछे हैं. सर्वे में 7 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी को पीएम पद के लिए पसंद किया, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पीएम पद के लिए 5 फीसदी लोगोंं की पसंद रहे. ऐसे ही पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को 4-4 फीसदी लोगों ने ही अगले प्रधानमंत्री के तौर पर अपना समर्थन दिया है.
कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी को तीन फीसदी लोग ही अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं. ऐसे ही आंकड़ा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ है, जिन्हें 3 फीसदी लोग ही अगले पीएम के तौर पर पसंद कर रहे हैं. वहीं, बसपा प्रमुख मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री को 2-2 फीसदी लोग ही अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं.
बीजेपी में सबसे पहली पसंद अमित शाह
हालांकि, एक दूसरे सर्वे में लोगों से पूछा गया कि नरेंद्र मोदी के बाद बीजेपी में प्रधानमंत्री पद के लिए कौन सबसे बेहतर होगा. इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी के बाद बीजेपी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सबसे प्रबल प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर माना गया है. सर्वे में 30 फीसदी लोगों ने अमित शाह के सबसे बेहतर पीएम उम्मीदवार बताया है, जबकि दूसरे नंबर पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को 21 फीसदी लोगों ने अपना समर्थन दिया है.
वहीं, बीजेपी में राजनाथ सिंह को 10 फीसदी लोगों ने पीएम का कैंडिडेट माना है. इसके अलावा नितिन गडकरी और निर्मला सीतारमण को 5-5 फीसदी जबकि स्मृति ईरानी, शिवराज सिंह चौहान, रविशंकर प्रसाद और धर्मेंद्र प्रधान को 3-3 फीसदी लोगों ने पीएम का प्रत्याशी माना है. इसके अलावा पीयूष गोयल, सुशील मोदी, प्रकाश जावड़ेकर, देवेंद्र फडणवीस और गिरिराज सिंह को 2-2 फीसदी लोग बीजेपी नेता के तौर पर प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं.
CM योगी हैं बेस्ट मुख्यमंत्री
सर्वे में जनता से देश के अलग-अलग राज्यों में वहां की सरकार के शासन के साथ-साथ बेस्ट परफॉर्मिंग चीफ मिनिस्टर को लेकर सवाल पूछे गए. इनमें देश की जनता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सबसे लोकप्रिय सीएम बताया है. सर्वे में सबसे अधिक 25 फीसदी लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पंसद किया और माना कि वे सबसे अच्छा काम कर रहे हैं.
वहीं, सर्वे के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश में दूसरे सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री हैं. उन्हें 14 फीसदी लोगों ने बेस्ट परफॉर्मिंग चीफ मिनिस्टर माना है. तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं, जिन्हें देश के 8 फीसदी लोगों ने सबसे अच्छा मुख्यमंत्री माना है.
लव जिहाद क्या धर्म परिवर्तन की साजिश है?
लव जिहाद क्या धर्म परिवर्तन की साजिश है? इस मुद्दे पर भी लोगों की राय जानने की कोशिश की गई. सर्वे के मुताबिक, 54 फीसदी लोगों ने माना कि लव जिहाद, धर्म परिवर्तन की साजिश है. हालांकि, इस सर्वे में 36 फीसदी लोगों ने इससे उलट राय रखी. इन 36 फीसदी लोगों ने लव जिहाद को धर्म परिवर्तन की साजिश मानने से इनकार कर दिया.
सर्वे में इससे जुड़ा एक दूसरा सवाल भी पूछा गया कि, ‘क्या गैर धर्म में शादी जायज है.’ इसपर भी लोगों ने अपनी राय रखी. इस सवाल पर 54 फीसदी लोगों ने गैर धर्म में शादी को गलत बताते हुए इसे संस्कृति के खिलाफ बताया है. जबकि 41 फीसदी लोगों ने इसे सही बताते हुए गैर धर्म में शादी को अपनी-अपनी पसंद बताया है.
सर्वे में जब लोगों से सवाल पूछा गया कि गैर धर्म में शादी के खिलाफ कानून बने या नहीं? तो इस पर 58 फीसदी ने सहमति जताई यानी कि 58 फीसदी लोगों का मानना है गैर धर्म में शादी के खिलाफ कानून बनना चाहिए. जबकि 35 फीसदी लोगों ने कहा कि इसके खिलाफ कानून की जरूरत नहीं है.
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