लखनऊ । माना जाता है कि भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के एजेण्डे में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के तीन महत्वपूर्ण स्थल अयोध्या, काशी और मथुरा हमेशा से रहे हैं। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। अब राम लला टेंट में नहीं बल्कि गगनचुंबी मंदिर में रहेंगे। काशी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दिनों बाबा विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण कर शिवभक्तों को खुशी प्रदान की है। अब प्रदेश ही नहीं, बल्कि दुनिया की नजरें मथुरा की ओर हैं। मथुरा इसिलए क्योंकि यह भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली है। यही वजह है कि भाजपा ने अब मथुरा की तैयारी शुरू कर दी है। आने वाले समय में मथुरा देश और दुनिया की सुर्खियों में रहेगा।
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यूं ही नहीं कहा था कि अयोध्या -काशी की तैयारी है, अब मथुरा की बारी है। उत्तर प्रदेश में 2017 में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के साथ ही इन स्थलों पर सक्रियता दिखने लगी थी। इस बार सियासी दलों की नहीं, बल्कि सरकार की सक्रियता रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रदेश के सभी जिलों में दौरों के साथ ही अयोध्या, काशी और मथुरा में खास मौजूदी देखी गयी।
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) 19 दिसंबर को 19वीं बार मथुरा (Mathura) पहुंच रहे हैं। इस दिन वह कान्हा की नगरी मथुरा वृंदावन में भाजपा ब्रज क्षेत्र की जन विश्वास यात्रा को हरी झण्डी दिखाएंगे। भाजपा की इस यात्रा के शुभारम्भ अवसर पर आयोजित होने वाली जनसभा में केंद्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय, सांसद संतोष गंगवार, एटा के सांसद राजवीर सिंह राजू भैया उपस्थित रहेंगे। यात्रा मथुरा से अलीगढ़, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, कासगंज, बदायूं, शाहजहांपुर होते हुए पीलीभीत में समाप्त होगी।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संगठन के रणनीतिकारों का मानना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मथुरा से चुनाव लड़ेंगे तो इसका अलग संदेश जाएगा। पार्टी के मूल एजेण्डे को बल मिलेगा। यह मुद्दा उठेगा तो भाजपा को लाभ भी होगा। अयोध्या और काशी का दृश्य देख कर जनता के बीच भाजपा के प्रति भरोसा बढ़ा है। आम जन का मानना है कि भाजपा ने जो वादा किया, वह पूरा भी हुआ है। प्रदेश और देश के बड़ी संख्या में लोग या फिर यूं कहें कि अधिकतर लोग मथुरा का वृहद विकास चाहते हैं। इसलिए कृष्ण नगरी सुर्खियों में आएगी तो इसका लाभ भी भाजपा को मिलेगा। आगामी विधानसभा चुनाव में इस मुददे को उठाने के लिए योगी का वहां से चुनाव लड़ना जरूरी है। चर्चा है कि इस बारे में संगठन की तरफ से योगी को अवगत भी करा दिया गया है। मुख्यमंत्री के मथुरा से चुनाव लड़ने से पश्चिम उत्तर प्रदेश ठीक से सधेगा।
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