लखनऊ । योगी सरकार (Yogi Government) ने खेतों में जमी सिल्ट हटाने के लिए (To remove Silt from the Fields) बाढ़ प्रभावित किसानों को (To flood affected Farmers) 32.55 लाख रुपए दिए (Gave Rs. 32.55 Lakh) । प्रदेश सरकार ने पहली बार बाढ़ की वजह से खेतों में जमी सिल्ट को हटाने के लिए किसानों को सहायता धनराशि दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ की इस पहल का किसानों ने स्वागत करते हुए खुशी जाहिर की।
बाढ़ प्रभावित लखीमपुर खीरी के 311 किसानों को सिल्ट हटाने के लिए 32 लाख से अधिक का मुजावआ भी दिया जा चुका है। राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि उत्तर प्रदेश आपदा की दृष्टि से काफी संवेदनशील है। यही वजह है कि योगी सरकार ने पिछले साढ़े सात वर्षों में कई प्राकृतिक घटनाओं को आपदा में शामिल किया है। इसी के तहत उत्तर प्रदेश में पहली बार बाढ़ से खेतों में जमी सिल्ट को हटाने के लिए किसानों को मुआवजा दिया गया।
आपदा गाइडलाइन के अनुसार बाढ़ से जिन किसानों के खेतों में रेत या गाद निक्षेप की मोटाई तीन सेंटीमीटर से अधिक होती है, उन्हें मुआवजा दिया जाता है। उक्त किसानों को 18 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर तथा न्यूनतम 2,200 रुपए प्रति किसान की दर से मुआजवा दिया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहली बार इस वित्तीय वर्ष में लखीमपुर खीरी के किसानों को खेतों से सिल्ट हटाने के लिए मुआवजा दिया गया है। लखीमपुर खीरी की डीएम दुर्गाशक्ति नागपाल ने पहली बार किसानों को सिल्ट हटाने का मुआवजा देने की पहल कर प्रदेश के अन्य जिलाधिकारियों के लिए मिसाल पेश की है।
लखीमपुर खीरी की जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल ने बताया कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार जिले के 311 किसानों को खेतों से सिल्ट हटाने के लिए 32,55,872 रुपए की धनराशि वितरित की गई है। इसमें, लखीमपुर तहसील के 105 किसानों को 36.78 हेक्टेयर क्षेत्रफल से सिल्ट हटाने के लिए 6,75,941 रुपए की धनराशि वितरित की गई। इसी तरह, निघासन तहसील के 42 किसानों को 25.82 हेक्टेयर क्षेत्रफल से सिल्ट हटाने के लिए 4,72,407 रुपए तथा धौरहरा तहसील के 39 किसानों को 34.12 हेक्टेयर क्षेत्रफल से सिल्ट हटाने के लिए 6,11,060 रुपए जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि गोला तहसील के 81 किसानों को 49.38 हेक्टेयर क्षेत्रफल से सिल्ट हटाने के लिए 9,06,691 रुपए तथा पलिया तहसील के 44 किसानों को 32.76 हेक्टेयर क्षेत्रफल से सिल्ट हटाने के लिए 5,89,773 रुपए सहायता धनराशि के रूप में दिए गए।
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