उज्जैन। कल शाम को शहर जाम की चपेट में आ गया और दो से तीन घंटे तक नईसड़क, दौलतगंज, फ्रीगंज पुल, टावर, जीरोपाइंट ब्रिज, रेलवे स्टेशन क्षेत्र में भारी जाम रहा। पहले ही शहर की सड़कें संकरी हैं और उस पर भी दुकानदारों ने सामान रखकर अतिक्रमण कर रखा है। इससे न केवल यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि पैदल चलने वालों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि पुराने शहर के 90 प्रतिशत फुटपाथों, सड़कों के किनारों पर अतिक्रमण हो चुका है। दुकानों के सामान बाहर रखा होने के साथ ही खानपान ठेले, होटल, रेस्तरां के टेबल-कुर्सी के कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। इससे पैदल यात्रियों के लिए कोई जगह नहीं बची है।
लोग मजबूरन सड़कों पर चलते हैं, जिससे यातायात बाधित होता है। दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। यह अतिक्रमण न केवल राहगीरों के लिए असुविधाजनक है, बल्कि पूरे यातायात तंत्र को अस्त-व्यस्त कर रहा है। वाहन सड़क पर अनियमित तरीके से खड़े रहते हैं, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों दोनों को परेशानी होती है। पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथों पर चलना नामुमकिन हो गया है, जिससे उन्हें सड़क पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इसके चलते दुर्घटनाओं का खतरा काफी बढ़ गया है। गोपाल मंदिर क्षेत्र में कपड़ों की अस्थायी दुकानों ने फुटपाथ पर कब्जा कर लिया है। इन दुकानों का संचालन यातायात में बाधा बन रहा है। फुटपाथ पर जगह न होने के कारण राहगीर सड़क पर चलने को मजबूर हैं, जिससे यातायात जाम और दुर्घटनाएं आम होती जा रही हैं। स्थानीय लोग इस समस्या से बेहद परेशान हैं और इसके समाधान की मांग कर रहे हैं। जाम की समस्या लगातार बढ़ रही है। बीते कुछ समय से शहर में कभी भी, कहीं भी जाम लग जाता हैं। ऐसा यातायात पुलिस के मिस मेनेजमेंट के कारण हो रहा है। शहर में किसी वीआईपी के आगमन, कार्यक्रम, रैली-जुलूस के दौरान यातायात की उचित प्लानिंग, ट्रैफिक डायवर्सन और बल की तैनाती नहीं होने से यातायात बिगडऩे से जाम लगना आम बात हो गई हैं। कुल मिलाकर व्यवस्था बनाने में पुलिस की असफलता उजागर हो रही है।
जाम से लोग हुए परेशान..
यातायात पुलिस के कुप्रबंधन का परिणाम सोमवार शाम को सामने आया। श्री गुरु गोविंद सिंघ जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर निकले चल समारोह के दौरान यातायात पुलिस की लापरवाही के कारण जमकर जाम लगता रहा। हद तो यह हो गई कि फ्रीगंज और इसके आसपास हर सड़क पर जाम से लोग परेशान होते रहे। तीन बत्ती से टावर, माधव नगर रेलवे स्टेशन, इंदिरा गांधी प्रतिमा से महापौर निवास मार्ग पर जाम से वाहनों में भिड़ंत होती रही। शहर में बसों का प्रवेश प्रतिबंधित होने के बाद भी वाल्वो बसों के आने से स्थिति और बिगड़ गई। इन बसों को रोकने, यातायात को व्यवस्थित करने वाला कोई नहीं था। चामुंडा माता चौराहे से आने वाहनों को ग्रांड होटल से माधव नगर जाने वाले रोड पर डायवर्ट कर दिया। वहीं तीन बत्ती से फ्रीगंज आने वाले वाहनों को इंदिरा गांधी चौराहे से महापौर निवास रोड पर मोड़ दिया। ऐसे में ग्रांड होटल के पीछे और बगल में जाम लग गया। इसमें बसों ने समस्या को और अधिक बढ़ा दिया। जाम में फंसे लोग परेशान होते रहे। यह स्थिति यातायात पुलिस की लापरवाही से बनी।
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