- 31 वर्षोंं से संघर्ष मजदूर आज दोपहर में मिल गेट पर मनाएँगे जश्न-2 करोड़ 23 लाख से ज्यादा का भुगतान होगा पहली सूची में
उज्जैन। तीन दशक की लड़ाई और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बिनोद-बिमल मिल के मजदूरों का हक का पैसा मिलना शुरू हुआ है। इसकी पहली सूची जारी हुई है और इसमें सौ मजदूरों को उनका बकाया 2 करोड़ 23 लाख से ज्यादा का भुगतान होने की बात कही जा रही है। लंबे समय से अपने ही हक की कमाई मिलने का इंतजार कर रहे मजदूर सौ लोगों की सूची जारी होने का जश्न मनाने के लिए आज दोपहर में बंद मिल के गेट पर एकत्रित हांगे।
अधिवक्ता धीरजसिंह पंवार और मिल मजदूर संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश भदौरिया, कोषाध्यक्ष संतोष सुनहरे एवं वस्त्र उद्योग श्रमिक संघ के प्रधानमंत्री पं. हरिशंकर शर्मा ने बताया कि उक्त सभी पदाधिकारियों ने परिसमापक कार्यालय में उपस्थित होकर परिसमापक योगेश कुमार सेठ द्वारा जारी 100 श्रमिकों को किये भुगतान की सूची प्राप्त कर ली, जिन श्रमिकों के आवेदन व श्रमिकों के दस्तावेज जमा किये उनकी जांच की प्रक्रिया परिसमापक कार्यालय में चल रही है। श्री भदौरिया ने बताया कि यूनियन द्वारा श्रमिक हित में वर्षों से किया जा रहा संघर्ष सफल हुआ एवं श्रमिकों के सहयोग से आगे भी उनके हक, अधिकार की लड़ाई जारी रहेगी। मजदूरों के भुगतान की सूची उज्जैन मिल मजदूर संघ, यूनियन के कार्यालय पर चस्पा की जा रही है। बिनोद मिल के मजदूरों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार भुगतान की पहली सूची 26 सितंबर 2022 को जारी हुई जिसमें 100 श्रमिकों को कुल राशि 2 करोड़ 23 लाख 41 हजार 715 रुपये का भुगतान किया गया है। उक्त सूची मजदूर यूनियन कार्यालय आकर मजदूर देख सकते हैं।