अयोध्या: भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और वृंदावन की होली देश-दुनिया में मशहूर है. जिसमें हिस्सा लेने के लिए लाखों की तादाद में श्रद्धालु मथुरा-वृंदावन पहुंचते हैं. लेकिन इस साल होली पर्व को लेकर ऐसा ही आलम भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भी है. गौरतलब है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला अपनी पहली होली मना रहे हैं. उनकी मोहक मूर्ति को फूलों से सजाया गया है. माथे पर गुलाल लगाया गया है. गुलाबी पोशाक पहने रामलला की मूर्ति आकर्षित कर रही है.
श्रृंगार आरती के बाद रामलला को अबीर और गुलाल अर्पित किया गया. रामलला के दरबार में पुजारियों ने रामलला के ऊपर पुष्पों की वर्षा कर अपने आराध्य के साथ होली खेली. उनके राग भोग और श्रृंगार के क्रम में उन्हें अबीर गुलाल अर्पित किया गया. 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया. पुजारी ने भी रामलला को होली के गीत सुनाए. वही राम जन्म भूमि परिसर में रामलला के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु भी होली के गीतों पर नाचते, झूमते, गाते नजर आए. इसी तरह पूरी रामनगरी में होली का उल्लास छाया रहा.
495 साल बाद अद्भुत होली
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि राम मंदिर में 495 सालों बाद होली खेली गई. इस खास मौके का साक्षा बनने के लिए देश भर से लोग उमड़े. होली पर राललला का विशेष वस्त्र अर्पित किए गए. 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया. अयोध्या में होली की धूम रंगभरी एकादशी से ही शुरू हो चुकी है. यहां रोजाना अबीर-गुलाल उड़ रहा है, धार्मिक गीत-संगीत के कार्यक्रम हो रहे हैं. रामलला को फाग के गीत सुनाए जा रहे हैं. इस दौरान रामलला को रोजाना रंग-बिरंगी पोशाकों और फूलों से सजाया जा रहा है. साथ ही मौसम में हुए बदलाव को देखते हुए रामलला के लिए रुचिकर भोग लगाए जा रहे हैं.
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