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    यशवंत क्लब के चुनाव इंदौर लोकसभा की तरह एकतरफा नहीं होंगे, सरगर्मी बढ़ी

  • May 31, 2024

    इंदौर। 16 जून को रसूखदारों (influential people) के यशवंत क्लब (Yashwant Club) चुनाव (elections) होना है, जिसकी सिरगर्मी अब बढऩे लगी है। अभी तक एक ही पैनल टोनी ग्रुप (Tony Group) मैदान में थी, जिसके अधिकांश उम्मीदवार तय भी हो गए। मगर पम्मी पैनल (Pammy Panel) ने अपने पत्ते नहीं खोले थे। खुद पम्मी छाबड़ा तो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं मगर चेयरमैन (Chairman) पद के लिए खड़े हो रहे संतोष वागले सहित अन्य उम्मीदवारों को समर्थन देने का निर्णय लिया है, ताकि क्लब का चुनाव इंदौर लोकसभा की तरह एकतरफा न हों। चुनावी शेड्यूल भी मैनेजिंग कमेटी ने जारी कर दिया है, जिसमें 4 जून तक नामांकन फार्म जमा होंगे और नाम वापसी की अंतिम तिथि 11 जून तय की गई है। साढ़े 4 हजार से अधिक सदस्यों वाले क्लब के चुनाव हमेशा ही सुर्खियों में रहे हैं और इस दौरान जमकर दारू पार्टियां भी आयोजित की जाती है। अभी एजीएम की तारीख और उसका एजेंडा तय नहीं हुआ है, जो कि मतदान के पहले ही आयोजित की जाती रही है।


    जिस तरह अभी लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के सामने कोई चुनौती ही नहीं रही, क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी ने ऐन वक्त पर अपना नाम वापस ले लिया। लगभग यही स्थिति प्रतिष्ठित यशवंत क्लब के चुनाव में भी सामने आ रही थी, क्योंकि क्लब के अधिकांश चुनाव में टोनी पैनल का मुकाबला पम्मी पैनल से होता रहा है। इस बार भी टोनी सचदेवा चेयरमैन और संजय गोरानी सेक्रेटरी के पद पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं अन्य पदों के साथ-साथ मैनेजिंग कमेटी के उम्मीदवारों के नाम भी लगभग तय हो गए हैं। यानी टोनल पैनल तो पूरी तैयार है। मगर पम्मी पैनल के उम्मीदवारों के नाम सामने नहीं आए थे। आज सुबह तक परमजीतसिंह छाबड़ा यानी पम्मी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, मगर चेयरमैन के पद पर खड़े होने वाले संतोष वागले को उनकी पैनल द्वारा पूर्ण समर्थन दिया जाएगा और उनके साथ अन्य पदों के लिए भी जो उम्मीदवार मैदान में रहेंगे उन्हें भी इसी तरह का समर्थन देंगे, ताकि चुनाव एकतरफा न रहें। इधर, संतोष वागले ने भी चेयरमैन पद पर चुनाव लडऩे की पुष्टि करते हुए बताया कि वे यशवंत क्लब में वर्षों से सक्रिय रहे हैं और पूर्व सेक्रेटरी सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुके हैं और उनका मानना है कि चेयरमैन का पद अत्यंत जिम्मेदारी वाला है, क्योंकि वह क्लब के बनाए संविधान का रक्षक होता है। क्लब में शारीरिक व्यायाम के अलावा खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के उनके विशेष प्रयास रहेंगे। वहीं नई मेम्बरशिप सहित क्लब के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लेंगे। दरअसल वर्तमान मैनेजिंग कमेटी ने भी नई मेम्बरशिप की प्रक्रिया शुरू की थी। मगर कोर्ट-कचहरी व अन्य प्रक्रिया के चलते वह अधर में लटक गई। वर्तमान मैनेजिंग कमेटी ने चुनावी शेड्यूल भी जारी कर दिया है। 16 जून को मतदान होना है और उसके पहले वार्षिक साधारण सभा यानी एजीएम भी आयोजित की जाएगी, जो पूर्व में खासी हंगामेदार रहती आई है।

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