भोपाल: मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने एक ऐसा जवाब दिया है, जिसने मध्य प्रदेश की राजनीति में कई नए सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्वालियर में मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने एक सवाल के जवाब में दार्शनिक अंदाज में कहा कि सही बोलें तो कुर्सी किसी और की बन जाए, चेहरा कोई और हो जाए. यह भी एक दिशा दिखा देती है कि कुर्सी हमेशा नहीं रहेगी.
दरअसल, बुधवार को जब यशोधरा राजे सिंधिया ग्वालियर पहुंची तो मीडिया ने उनसे सवाल पूछा कि क्या आप विधानसभा चुनाव में प्रचार करने उतरेंगी? इसके जवाब में यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि प्रचार करना होता तो खुद चुनाव न लड़ती. उन्होंने बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव में प्रचार करने से साफ इनकार कर दिया. एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “सही बोलें तो कुर्सी किसी और की बन जाए, चेहरा कोई और हो जाए. यह भी एक दिशा दिखा देती है कि कुर्सी हमेशा नहीं रहेगी.”
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर चुकीं यशोधरा राजे बुधवार को राजमाता विजया राजे सिंधिया की जयंती पर ग्वालियर पहुंची थीं. राजमाता विजया राजे सिंधिया की 104वीं जयंती पर छत्री पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. श्रद्धांजलि सभा में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, ग्वालियर पूर्व से बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व मंत्री माया सिंह, बीजेपी सांसद शिवपुरी जिला प्रभारी निशिकांत दुबे के साथ शिवपुरी में विधानसभा उम्मीदवार देवेंद्र जैन भी शामिल हुए.
विधानसभा चुनाव न लड़ने के सवाल पर यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि स्वास्थ्य कारणों से चुनाव से दूरी बनाई है. मेरा शरीर साथ नहीं दे रहा है. चौथी बार कोरोना होने से मैं अपने अभी के काम नहीं कर पा रही हूं. नई जिम्मेदारी कैसे पूरी करूंगी, इसलिए मैंने अगस्त में ही संगठन को बता दिया था कि मैं चुनाव नहीं लड़ रही हूं. एक अन्य सवाल के जवाब में यशोधरा ने कहा कि यदि मुझे प्रचार प्रसार में निकलना होता तो मैं खुद के प्रचार प्रसार में ही निकल आती और मैं ही खुद चुनाव में खड़ी होती. गौरतलब है कि यशोधरा ने सेहत का हवाला देते हुए इस बार चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था.
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