नई दिल्ली। उत्तराखंड (Uttarakhand) उत्तरकाशी में रविवार को दर्दनाक हादसे (Bus Accident) के बाद कई घरों में मातम पसर गया है। इधर इस हादसे के बाद मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) देर रात ही देहरादून (Dehradun) के लिए रवाना हो गए। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में उत्तराखंड के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने उत्तरकाशी में चलाए जा रहे बचाव और राहत कार्यों की जानकारी ली।
इसके साथ ही उन्होंने रात में ही अस्पताल पहुंच कर घायलों से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी जिले में कल देर शाम एक बस के गहरी खाई में गिरने के बाद करीब 26 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। बस में सवार सभी यात्री मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के निवासी हैं।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री राजमार्ग पर दमटा के पास यह बस दुर्घटना हुई है। उत्तराखंड गृह विभाग ने रविवार रात को हादसे की जानकारी दी थी। मध्य प्रदेश गृह विभाग के अतिरक्ति मुख्य सचिव राजेश राजौरा के अनुसार, उन्हें उत्तराखंड के गृह विभाग के अतिरक्ति मुख्य सचिव से जानकारी मिली, जिसमें 26 लोगों की मौत की पुष्टि हुई। वहीं, हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
बस में पन्ना जिले के 28 तीर्थयात्री, एक ड्राइवर और एक हेल्पर सवार थे। घायलों को दमटा के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है, जो दुर्घटनास्थल से करीब तीन किमी दूर है। मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने सभी 28 यात्रियों की सूची भी जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस, होमगार्ड और पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर द्वारा बचाव कार्य जारी है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में इस हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि घायलों को हर संभव मदद देने का प्रयास किया जा रहा है। सीएम ने जानकारी दी थी कि हादसे के बाद डीएम और एसपी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। गृह विभाग ने राहत और बचाव टीम को भी मौके पर रवाना किया था। दोनों राज्यों के सीएम आज खुद घटनास्थल पर भी जाएंगे।
बस में 28 यात्री सवार थे। उनके नाम इस प्रकार हैं- राजकुमार (38), राजकुंवर (58), मेनका प्रसाद (56), सरोज (54), बद्री प्रसाद (63), करन सिंह (62), उदय सिंह (63), हक्कीराजा (60), चरनकली (61), मोतीलाल (62), बलदेव (77), कुसुमबाई (77), अनील कुमारी (50), करन बिहारी (69), प्रभा बाई (63), शकुंतला बाई (60), पार्वती बाई (62), शीलाबाई (61), विश्वकांत (39), चंद्रकला बाई (57), कंछेदीलाल (62), राजाबाई (59), धनीराम (72), कर्णबाई (57), विन्द्रावन (61), कमला बाई (59), रामसखी बाई (63), गीताबाई (55) सभी मप्र के पन्ना जिले के रहने वाले थे।
मृतकों के परिजनों पांच-पांच लाख रुपये, घायलों को 50-50 रुपये का आर्थिक सहायता
घटना के बाद देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि ‘उत्तराखंड में चारधाम की तीर्थयात्रा पर यमुनोत्री धाम जा रही बस के खाई में गिरने से मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों की मृत्यु बेहद दुखद, पीड़ाजनक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ।।ॐ शांति।।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि मैं और मेरी टीम उत्तराखंड सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन के सतत संपर्क में है। घायलों के इलाज और मृतकों के शव को मध्यप्रदेश लाने की व्यवस्था की जा रही है। दुःख की इस घड़ी में परिवार स्वयं को अकेला ना समझे, हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये सहायता राशि प्रदान करने के संवेदनशील निर्णय के लिए आभार व्यक्त करता हूं। दुःख की इस घड़ी में हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ खड़े हैं। ईश्वर आपको संबल प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि मैंने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी जी से फोन पर चर्चा कर घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने और उनके समुचित इलाज की व्यवस्था के लिए आग्रह किया है। मैंने पूरी घटना के रेस्क्यू के संबंध में जानकारी ली और सतत संपर्क में हूं। मैं मुख्यमंत्री धामी जी से निरंतर चर्चा में हूं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी जी के निर्देश पर कलेक्टर, एसपी सहित एसडीआरएफ भी मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए हैं। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव लगातार उत्तराखंड के मुख्य सचिव के संपर्क में हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी एक टीम दिल्ली से उत्तराखंड के लिए रवाना हुई है, जो राहत, बचाव, इलाज के अलावा मृतक श्रद्धालुओं के शव परिजनों तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगी। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये सहायता राहत राशि दी जाएगी। घायलों का उपचार हमारी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उत्तराखंड में जब इतना बड़ा हादसा हुआ है, तो मुझे नींद आ ही नहीं सकती। मैं तुरंत देहरादून के लिए रवाना हो रहा हूं। मेरे साथ मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, डीजीपी, गृह सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारियों का दल भी जा रहा है। जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं।
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