मुंबई। फोन की बैटरी बहुत ज्यादा मायने रखती है। जैसे-जैसे फोन स्मार्टफोन होते गए, वैसे वैसे ही उनकी बैटरी खपत भी अधिक होती चली गई। आज के समय में स्मार्टफोन की बैटरी को एक बार चार्ज करके लंबे समय तक चलाना एक बड़ी समस्या है। इसको लेकर कंपनियों ने फास्ट चार्जिंग सिस्टम के जरिए तेजी से चार्ज करने वाले टेक्नोलॉजी को इजात किया। अब स्मार्टफोन की बैटरी को फास्ट चार्जिंग के जरिए बहुत तेजी से चार्ज किया जा सकता है। अगर हम आपसे कहें कि आपके स्मार्टफोन की बैटरी को महज 10 मिनट में फुल चार्ज किया जा सकता है तो शायद आपको इस बात पर यकीन नहीं होगा, लेकिन यह बिलकुल सच है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Xiaomi इस समय 200W फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस टेक्नोलॉजी को शाओमी के आगामी फ्लैगशिप स्मार्टफोन में पेश किया जा सकता है, लेकिन इसकी साफ जानकारी नहीं है कि कब इसे लाया जाएगा। कंपनी का 200W फास्ट चार्जिंग सिस्टम पर फिलहाल काम चालू है और इस साल के आखिर तक फ्लैगशिप स्मार्टफोन में लॉन्च कर दिया जाएगा। शाओमी अगर इस उपलब्धि को हासिल कर लेता है तो वह स्मार्टफोन में एक क्रान्ति ला देगा। कंपनी का प्लान है कि 200W फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी को वायर्ड और वायरलेस चार्जिंग के जरिए दिया जाएगा। इससे पहले कंपनी ने Mi 10 में 120W वायर्ड चार्जिंग सिस्टम दिया था।
55W वायरलेस चार्जिंग और 10W रिवर्स चार्जिंग सिस्टम दिया था। एक साथ मिलाकर यह 185W होता है। सबसे खास बात यह है कि इस टेक्नोलॉजी की बात तब हो रही है जब कई कंपनियां फोन के बॉक्स से चार्जर को ही हटा रही हैं और कई कंपनियां उसे हटाने पर विचार कर रही है। कुछ इसी प्रकार शाओमी ने भी हाल ही में लॉन्च हुए Xiaomi Mi 11 में किया है। मगर कंपनी ने इस स्मार्टफोन के साथ यूजर्स को ऑप्शन दिया है, जिसमें वह बिना किसी एक्स्ट्रा चार्ज के चार्जर को ले सकते हैं।
अगर फास्ट चार्जिंग से अलग किसी टेक्नोलॉजी की बात की जाए तो माना जा रहा है कि शाओमी इस समय फोल्डोबल फोन्स को बनाने पर काम कर रही है। इन स्मार्टफोन में इंटरनल फोल्डिंग डिजाइन दिया जाएगा। फिलहाल कंपनी की तरफ से इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकरी स्पष्ट नहीं की गई है। शाओमी ने हाल ही में एक रिमोट चार्जिंग टेक्नोलॉजी Mi Air Charge को पेश किया है।
इस टेक्नोलॉजी के द्वारा बिना किसी भी केबल या कॉन्टेक्ट की जरूरत के एक साथ कई डिवाइस को वायरलेस तरीके से चार्ज किया जा सकता है। इस टेक्नोलॉजी में यूजर्स को सिर्फ चार्जर के सामने खड़ा होना है और डिवाइस चार्ज हो जाएगा। इस चार्जिंग टेक्नोलॉजी में ‘सेल्फ-डेवलप्ड आइसोलेटेड चार्जिंग पाइल’ का इस्तेमाल किया जाता है जो कि डिवाइस को चार्ज करने के लिए हवा में चार्जिंग एनर्जी बीम फेंकती है। Xiaomi ने दावा किया कि एयर चार्ज टेक्नोलॉजी 5W पावर देती है जो समय के साथ टेक्नोलॉजी के अपग्रेड होने पर ज्यादा बेहतर हो जाएगी। यह टेक्नोलॉजी शुरुआत में सिर्फ स्मार्टफोन के लिए ही काम करेगी, लेकिन आने वाले समय में इससे अन्य डिवाइस आदि भी चार्ज की जाएंगी।
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