नई दिल्ली: ग्लोबल आर्थिक संकट और महंगाई का असर कंपनियों पर दिखने लगा है. चीनी स्मार्टफोन निर्माता Xiaomi ने दूसरी तिमाही में रेवेन्यू में 20 फीसदी की गिरावट के बाद छंटनी शुरू कर दी है. एक रिपोर्ट के मुतबाकि कंपनी ने 900 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Xiaomi ने लगभग 3 फीसदी कर्मचारियों को निकाल दिया है. हालांकि कंपनी ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है.
जुलाई और अगस्त में कई बड़ी कंपनियों जैसे माइक्रोसॉफ्ट, टेस्ला, रॉबिनहुड, ओला समेत कई मल्टीनेशनल कंपनियों ने छंटनी शुरू कर दी है. कई कंपनियां छंटनी करने वाली हैं. इसी कड़ी में स्मार्टफोन कंपनी शाओमी और ई-कॉमर्स जायंट वेफेयर (Wayfair) ने भी छंटनी की घोषणा की है.
रेवेन्यू में लगभग 20 प्रतिशत की गिरावट
कंपनी के अनुसार जून तिमाही (दूसरी तिमाही) में राजस्व में लगभग 20 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिसके बाद नौकरियों में कटौती का फैसला किया गया है. Xiaomi की बिक्री साल-दर-साल 20% गिरकर 70.17 बिलियन युआन (10.31 बिलियन डॉलर) हो गई. मार्केट जानकारों का अनुमान है कि स्मार्टफोन निर्माता की शुद्ध आय 67% गिरकर 2.08 बिलियन युआन रह गई है.
मांग और सप्लाई दोनों कम हुई
कंपनी के अध्यक्ष वांग जियांग ने कहा है कि कंपनी की मांग और सप्लाई दोनों कम हुई है. महामारी का असर कंपनी पर फिर देखने को मिल रहा है. ईंधन की बढ़ती कीमतों, लागत और मुद्रास्फीति ने विदेशों में बिक्री को भी प्रभावित किया. लिहाजा शुद्ध लाभ गिर गया. अमेरिकन ई-कॉमर्स वेबसाइट वेफेयर ने भी राजस्व में घाटा की वजह से कर्मचारियों को निकाला है. कंपनी के अनुसार 870 कर्मचारियों को बाहर किया जाएगा. यह कंपनी के कर्मचारियों की संख्या का 5 फीसदी होगा.
रॉबिनहुड में भी छंटनी
दिग्गज ऑनलाइन ट्रेडिंग एप रॉबिनहुड भी छंटनी के रास्ते पर चल रहा है. अमेरिका के सिलिकॉन वैली में स्थित इस चर्चित ट्रेडिंग एप ने अपने प्लेटफॉर्म से 23 प्रतिशत कर्मचारी को 3 अगस्त को निकाल दिया था. रॉबिनहुड ने तीन माह पहले भी 9 फीसदी कर्मचारियों को निकाला था.
आईटी सेक्टर में छंटनी
ग्लोबल आर्थिक संकट का असर कई सेक्टरों पर दिखने लगा है. क्रंचबेस के डाटा के मुताबिक इस साल एक अप्रैल महीने तक दुनियाभर के आईटी सेक्टर में बड़े पैमाने पर छंटनी हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर की करीब 342 टेक कंपनियों और स्टार्टअप के 43,000 कर्मचारियों की छंटनी की गई है. इसमें से 13 फीसदी छंटनी होने वाले कर्मचारी भारत के भी हैं.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved